श्रीनगर: चिनार बुक फेस्टिवल में पुस्तकों के शौकीनों की भीड़ उमड़ रही है. इस फेस्टिवल में पुस्तकों के 200 से अधिक स्टाल लगे हैं और साहित्यिक चर्चाओं का भी आयोजन हो रहा है. डल झील के किनारे स्थित खूबसूरत शेर-ए-कश्मीर इंटरनेशनल कन्वेंशन सेंटर में चल रहे नौ दिवसीय फेस्टिवल के पहले दिन 5,000 से अधिक लोग शामिल हुए. फेस्टिवल का आयोजन स्थानीय जिला प्रशासन द्वारा नेशनल बुक ट्रस्ट इंडिया, नेशनल काउंसिल फार प्रमोशन आफ उर्दू लैंग्वेज, इंडियन काउंसिल आफ हिस्टोरिकल रिसर्च और इंडिया स्पेस रिसर्च आर्गनाइजेशन के सहयोग से किया जा रहा है. 60,000 वर्ग फीट में फैले इस फेस्टिवल में उर्दू, अंग्रेजी, कश्मीरी, हिंदी और अन्य भारतीय भाषाओं में किताबें उपलब्ध हैं. एनबीटी के निदेशक युवराज मलिक ने एक बयान में कहा, “चिनार बुक फेस्टिवल किताबों, साहित्य और संस्कृति का संगम है, जो किताबों के स्वर्ग और पाठकों के लिए खूबसूरत घाटी के स्वर्ग को एक साथ लाता है.”
साहित्यिक कार्यक्रम में कश्मीर घाटी के युवा लेखकों को पीएम युवा कार्यक्रम के तहत प्रशिक्षित किया गया, जिन्हें प्रशासन द्वारा सम्मानित किया गया. इस अवसर पर बच्चों के लिए लगभग एक दर्जन द्विभाषी पुस्तकें अंग्रेजी-कश्मीरी और अंग्रेजी-डोगरी दोनों प्रारूपों में भी जारी की गईं. विभिन्न विधाओं की पुस्तकों के विविध-संग्रह की पेशकश के अलावा, यह महोत्सव क्षेत्र के इतिहास, संस्कृति और सभ्यता पर एक फोटो प्रदर्शनी भी आयोजित कर रहा है, साथ ही ‘चिनार टाक्स’ में एक साहित्यिक चर्चा भी कर रहा है, जिसमें ‘फिल्मों और साहित्य में कश्मीर’, कविता और अन्य विषयों पर सत्र शामिल हैं. एक ‘डिजिटल रीडिंग ज़ोन’ जहां पाठक अपने इलेक्ट्रानिक उपकरणों पर किताबें पढ़ने का अनुभव कर सकते हैं और विभिन्न प्रकाशकों की 1000 से अधिक पुस्तकों तक मुफ्त पहुंच प्राप्त कर सकते हैं, यह भी महोत्सव के कई आकर्षणों में से एक है. इसके अतिरिक्त यह महोत्सव रचनात्मक लेखन, सुलेख, कहानी कहने और भावनात्मक बुद्धिमत्ता पर कार्यशालाओं की मेजबानी भी कर रहा है.