मधुपुर: स्थानीय महेंद्र मुनि सरस्वती शिशु विद्या मंदिर में विद्या भारती संस्कृति शिक्षा संस्थान कुरुक्षेत्र द्वारा प्रकाशित ‘संस्कृति बोध माला‘ पुस्तक का लोकार्पण हुआ. विद्यालय के प्रभारी प्रधानाचार्य शिवनाथ झा, संस्कृति बोध परियोजना के प्रमुख विकास पाण्डेय, वरिष्ठ आचार्य परमानंद सिंह ने संयुक्त रूप से पुस्तकों का विमोचन किया. उन्होंने बताया कि ‘संस्कृति बोध माला‘ पुस्तक भारतीय ज्ञान परंपरा पर आधारित सामान्य ज्ञान की प्रत्येक कक्षा के लिए होती है. पुस्तक प्रतियोगिता परीक्षाओं के लिए भी महत्वपूर्ण होती है. प्रत्येक वर्ष इस संस्था के द्वारा ऐसी पुस्तकों का प्रकाशन किया जाता है, जो छात्र-छात्राओं, आचार्य और समाज के लोगों के लिए उपयोगी होती है.
बोधमाला में भारतीय संस्कृति की प्राचीन धरोहर के साथ-साथ राष्ट्रीय एवं अंतर्राष्ट्रीय उपलब्धियों की जानकारी दी गई है.पुस्तिका में हमारी भारत माता, हमारा भारत देश, हमारी ज्ञान परंपरा, हमारी वैज्ञानिक परंपरा, हमारे गौरवशाली अतीत के बारे में जानकारियां है. इसमें राष्ट्रीय शिक्षा नीति के अनुरूप भारतीय ज्ञान परंपरा एवं संस्कृति का समावेश करते हुए पुनर्लेखन किया गया है. विशेष बात यह कि वर्ष के अंत में एक परीक्षा आयोजित कर इस बात का आकलन भी किया जाता है कि ‘संस्कृति बोध माला‘ पुस्तक से छात्रों ने क्या सीखा. इस परीक्षा में प्राप्त अंक के आधार पर प्रमाण-पत्र और पुरस्कार भी प्रदान किया जाता है. विमोचन अवसर पर विद्यालय के छात्रों सहित सिद्धेश्वर तिवारी, गौतम कुमार और अन्य सभी आचार्य उपस्थित थे. संचालन विनोद कुमार तिवारी ने किया.