नई दिल्ली: पेरिस ओलंपिक का शुभारंभ सीन नदी के किनारे हुआ, तो बैडमिंटन स्टार पीवी सिंधु और अपना पांचवां ओलंपिक खेलने जा रहे टेबल टेनिस खिलाड़ी शरत कमल ने भारतीय दल का नेतृत्व किया. ये दोनों ही खिलाड़ी अपने-अपने खेल से ओलंपिक की उद्घाटन समारोह में भारत का ध्वजवाहक बनने वाले पहले खिलाड़ी हैं. ऐसे में यह जानना दिलचस्प है कि दुनिया के इस सबसे बड़े और पुरातन खेल मेले में स्वतंत्र भारत की यात्रा कैसे शुरू हुई. स्वतंत्रता के बाद भारत की ओलंपिक यात्रा लंदन 1948 खेलों से शुरू हुई, जहां राष्ट्र ने अब तक का अपना सबसे बड़ा दल उतारा था. तब नौ खेलों में 86 एथलीट शामिल हुए थे. भारतीय हाकी टीम ने अपना दबदबा जारी रखा, अपना चौथा ओलंपिक स्वर्ण हासिल किया और बलबीर सिंह सीनियर को एक नए सितारे के रूप में पेश किया. हेलसिंकी 1952 ओलंपिक में, पहलवान केडी जाधव ने भारत का पहला व्यक्तिगत ओलंपिक पदक, कांस्य जीतकर इतिहास रच दिया. मैक्सिको सिटी 1968 में, हाकी टीम ने कांस्य पदक जीता. भारत ने म्यूनिख 1972 ओलंपिक में यह उपलब्धि दोहराई. अटलांटा 1996 में टेनिस स्टार लिएंडर पेस ने पुरुष एकल में लंबे समय से प्रतीक्षित कांस्य पदक जीता, जबकि चार साल बाद 2000 में कर्णम मल्लेश्वरी ने भारोत्तोलन में कांस्य पदक के साथ ओलंपिक पदक जीतने वाली भारत की पहली महिला बनकर इतिहास रच दिया. कर्नल राज्यवर्धन सिंह राठौर ने एथेंस 2004 के ओलंपिक में पुरुषों की डबल ट्रैप स्पर्धा में रजत पदक जीत कर इतिहास रचा.
बीजिंग 2008 ओलंपिक में भारत के लिए एक यादगार पल रहा, जब निशानेबाज अभिनव बिंद्रा ने 10 मीटर एयर राइफल स्पर्धा में देश के लिए पहला व्यक्तिगत स्वर्ण पदक हासिल किया. मुक्केबाज विजेंदर सिंह और पहलवान सुशील कुमार ने भी कांस्य पदक जीते, जो 1952 के बाद से भारत का पहला बहु-पदक था. 2012 लंदन ओलंपिक में साइना नेहवाल ने भारत के लिए बैडमिंटन ओलंपिक में पहला पदक जीता. सुशील कुमार ने अपना दूसरा ओलंपिक पदक जीता और गगन नारंग, विजय कुमार, मैरी कॉम और योगेश्वर दत्त ने भारत के पदकों की संख्या में इजाफा किया, जो उस समय सबसे अधिक छह पदक थे. रियो 2016 में पीवी सिंधु और साक्षी मलिक भारत की एकमात्र पदक विजेता रहीं, जो पहली बार था जब सभी पदक महिला एथलीटों ने जीते थे. टोक्यो 2020 भारत के लिए ऐतिहासिक साबित हुआ, जिसमें कुल सात पदक जीते. पुरुष हाकी टीम ने कांस्य पदक के साथ 41 साल का पदक सूखा खत्म किया, जबकि महिलाओं ने अपना सर्वश्रेष्ठ चौथा स्थान हासिल किया. नीरज चोपड़ा ने भाला फेंक में भारत के लिए पहला ट्रैक-एंड-फील्ड स्वर्ण पदक जीता, जिससे अभियान का शानदार अंत हुआ. पिछले दशकों में भारत का ओलंपिक इतिहास उल्लेखनीय उपलब्धियों से भरा पड़ा है: हाकी में रिकार्ड आठ स्वर्ण पदक, जिनमें लगातार छह जीत शामिल हैं, स्वतंत्र भारत के लिए केडी जाधव का ऐतिहासिक व्यक्तिगत पदक, कर्नल राज्यवर्धन सिंह राठौर का रजत पदक, अभिनव बिंद्रा का अभूतपूर्व स्वर्ण, और टोक्यो 2020 में नीरज चोपड़ा का ऐतिहासिक ट्रैक-एंड-फील्ड स्वर्ण.