नोएडा: ‘हमारा उद्देश्य समाज के प्रत्येक वर्ग को कला और संस्कृति के माध्यम से जोड़ना है. इस कार्यक्रम के माध्यम से हम बच्चों को एक ऐसा मंच प्रदान करना चाहते हैं जहां वे अपनी रचनात्मकता और क्षमता का मुक्त रूप से प्रदर्शन कर सकें. हम भारतीय संस्कृति का संरक्षण करना चाहते हैं और इसके प्रसार में योगदान देना चाहते हैं.” यह बात डा पूजा सिंह गंगानिया ने काव्य कार्नर फाउंडेशन एकलव्यम द्वारा आयोजित ‘एकलव्यम कला साहित्य संस्कृति संगम‘ कार्यक्रम के दौरान कही. इस कार्यक्रम में 140 से अधिक बच्चों ने भाग लिया और अपनी कलासाहित्य और संस्कृति के विविध आयामों का प्रदर्शन किया. बच्चों की प्रस्तुतियों ने दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया और उनके रचनात्मक कौशल की सराहना की गई. इस कार्यक्रम का उद्देश्य समाज के विभिन्न वर्गों को कला और संस्कृति के माध्यम से जोड़ना और बच्चों को एक मंच प्रदान करना थाजहां वे अपनी रचनात्मकता और क्षमता का मुक्त रूप से प्रदर्शन कर सकें.

इस अवसर पर बच्चों द्वारा प्रस्तुत कलाकृतियां और साहित्यिक रचनाएं आकर्षण का केंद्र रहीं. कार्यक्रम की एक और विशेषता यह रही कि इसमें भाग लेने वाले सभी बच्चोंस्वयंसेवकों और अतिथियों को पटका पहनाकर सममानित किया गया. इसके साथ ही बच्चों को ट्राफी और सर्टिफिकेट प्रदान किए गए. संस्था की ओर से उनकी मेहनत और योगदान की सराहना करते हुए उन्हें लंच के डिब्बे वितरित किए गएजिससे उनके मनोबल को एक नई ऊंचाई मिली. कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में गजेन्द्र मावीविशिष्ट अतिथि के रूप में मृत्युंजय श्रीवास्तवलोकेश चौधरीइंदु शर्मा,  मनीष भाटीमंजर गोरखपुरीविजेता श्रीवास्तवशिल्पी चौहानराजपाल यादवप्रगीत कुंअरप्रदीप कुमार सिंहअमित चौहान आदि शामिल थे. साहित्य और संस्कृति के क्षेत्र में नए मानक स्थापित करना इस संस्था का उद्देश्य है.