तेजपुर: पूर्वोत्तर भारत में हिंदी भाषा, साहित्य तथा संस्कृति के क्षेत्र में कार्य करने वाले पूर्वोत्तर हिंदी साहित्य अकादमी ने तेजपुर के असमीया क्लब के सभागार में अपना नौवां स्थापना दिवस, बहुभाषी कवि सम्मेलन एवं सम्मान समारोह मनाया. अकादमी की अध्यक्ष रीता सिंह सर्जना की अध्यक्षता में आयोजित सारस्वत समारोह का संचालन तेजपुर विश्वविद्यालय के हिंदी विभाग की सहायक आचार्या डा गोमा देवी शर्मा ने किया. मुख्य अतिथि के रूप में वरिष्ठ लेखिका व साहित्यकार डा अन्नपूर्णा बाजपेयी मौजूद थी. दीप प्रज्वलन, सरस्वती वंदना एवं जातीय संगीत के साथ कार्यक्रम की शुरुआत हुई. फिर अतिथि सम्मान एवं अतिथि परिचय के बाद स्वागत भाषण डा शंकर चक्रवर्ती ने दिया. तिलकराज पौड़ेल ने गीत प्रस्तुत किया. इसके बाद पुस्तक विमोचन हुआ. जिसमें डा गोमा देवी शर्मा की ‘नारी सर्जक‘ और ‘ईशान प्रभा का साझा काव्य संकलन‘ शामिल है. अकादमी के सचिव ने प्रतिवेदन प्रस्तुत किया. ज्योति अग्रवाल ने कविता पाठ किया. विशिष्ट अतिथि के रूप डा वेंक्टेश प्रदीप बाबू अंकोलोजिस्ट उपस्थित थे. सैयदा आनोवारा खातून, दिव्यज्योति बरुवा ने कविता की प्रस्तुति दी. इसके बाद समधुर कंठ में चित्रप्रसाद पौड़ेल ने भजन प्रस्तुत किया. डा करबी देवी ने ग्वालपारिया लोकगीत प्रस्तुत किया. रेलवे के राजभाषा अधिकारी विक्रम सिंह ने कार्यक्रम प्रशंसा की.
इसके बाद सम्मान समारोह में ‘पूर्वोत्तर सृजन सम्मान‘ क्रमश: डा नंदिता दत्त, कविता तिवारी, ज्योति अग्रवाल, कागो मादो; ‘पूर्वोत्तर सारस्वत सम्मान‘ क्रमश: मृदुल सहरिया, डा ढुण्डिराज उपाध्याय और नया देवी को दिया गया. ‘पूर्वोत्तर पत्रकारिता रत्न सम्मान‘ क्रमश: विनोद रिंगानिया, गौतम कुमार बोरा; ‘पूर्वोत्तर सृजनकला सम्मान‘ क्रमश: रिजु देवी और तिलक राज पौड़ेल; ‘पूर्वोत्तर हिंदी गौरव सम्मान‘ डा करबी देवी, ‘पूर्वोत्तर हिंदी मित्र सम्मान‘ संतोष कुमार महतो को प्रदान किया गया. इसके पश्चात तीन स्मृति सम्मान प्रदान किए गए. ‘तेज बहादुर सुनुवार स्मृति सम्मान‘ गीता लिम्बू, प्रदाता – रीता सिंह ‘सर्जना‘, ‘नीलिमा देवी तिम्सिना स्मृति सम्मान‘ डा अन्नपूर्णा बाजपेई प्रदाता- नारायण उपाध्याय एवं कल्पना देवी आत्रेय तथा ‘विमला देवी प्रह्लाद शर्मा स्मृति सम्मान‘ नीलिमा बोरा प्रदाता कंचन शर्मा ‘कौशिका‘ को दिया गया. कार्यक्रम में हिंदी सप्ताह 2023 में आयोजित विभिन्न प्रतियोगिताओं में चयनित विजेताओं को सम्मान वितरित किया गया. कविता तिवारी, विमला शर्मा ‘बोधा‘, मनीषा पाल, डा नंदिता दत्त, ज्योति अग्रवाल, तुलसी क्षेत्री, कागो मादो आदि को फुलाम गामोछा से सम्मानित किया गया. इस अवसर पर पूर्वोत्तर हिंदी साहित्य अकादमी के पदाधिकारी, न्यासी, संरक्षक एवं नए आजीवन सदस्यों का परिचय एवं प्रमाणपत्र वितरित किया गया. कोषाध्यक्ष डा शंकर चक्रवर्ती के धन्यवाद ज्ञापन के बाद राष्ट्रगान के साथ नौवां सारस्वत समारोह संपन्न हुआ.