आरा: प्रखंड के चांदी बाजार स्थित राम जानकी मंदिर प्रांगण में एक भव्य सांस्कृतिक कार्यक्रम संपन्न हुआ, जिसमें कवि सम्मेलन और पुस्तक विमोचन भी हुआ. कविता पाठ के दौरान जहा शृंगार, प्रेम और राष्ट्र के प्रति समर्पण की धारा बही वहीं विमोचन कार्यक्रम के दौरान महेन्द्र प्रसाद सिंह कृत ‘भोजपुरी नाटक बबुआ गोबरधन’ और लेखक रामबाबू सिंह राही कृत ‘भोजपुरी रचनावली’ का विमोचन हुआ. इस समारोह में मुख्य और विशिष्ट अतिथि के रूप से वीर कुंवर सिंह विश्वविद्यालय के हिंदी और भोजपुरी विभागाध्यक्ष प्रो दिवाकर पाण्डेय, भोजपुरी कवि कुमार विरल, राजाराम प्रियदर्शी, उदय प्रताप सिंह उर्फ़ तपन भाई की उपस्थिति रही.
पुस्तक विमोचन के उपरांत सुदर्शन तिवारी के निर्देशन में भोजपुरी सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया गया जिसमें वीरेंद्र ओझा विमल, अनिता सिंह, सपना कुमारी व रमेश रजक समेत कई कलाकारों ने दर्शकों को खूब झुमाया. सभा में बतौर अध्यक्ष सूर्यभान सिंह ने ऐसे आयोजन की सराहना करते कहा कि भोजपुरी के उत्थान के लिए चांदी गांव से निकले सपूत ने आज अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर भोजपुरी भाषा की अलग पहचान दिलाई है, जिसकी तारीफ होनी चाहिए. कार्यक्रम में भाग लेने आए लोगों का स्वागत कवि राम बाबू सिंह राही ने किया तो वहीं ख्याति प्राप्त नाट्य संस्था रंगश्री के अध्यक्ष महेंद्र प्रसाद सिंह ने धन्यवाद ज्ञापन किया.