खेतड़ी: खेतड़ी के हनुमानगढ़ी सत्संग संस्था के तत्वावधान में हनुमान जयंती महोत्सव पर हास्य कवि सम्मेलन का आयोजन हुआ. कवि सम्मेलन में आए कवियों ने धर्म व संस्कृति के लिए प्रत्येक व्यक्ति को भागीदारी निभाने का आह्वान किया. कार्यक्रम के मुख्य अतिथि हिमांशु फागणा, विशिष्ट अतिथि रामनिवास बजाड़, डा संतोष सैनी थे. अध्यक्षता लीलाधर सैनी ने की. हनुमान जी प्रतिमा के समक्ष दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ हुआ. कवि कुमार सिद्धार्थ ने कहा कि देश में अनेक धर्म व संस्कृति के लोग रहते हैं, जो अपने धर्म की आस्था के अनुसार अपने कर्तव्यों का निर्वहन करते हैं. ऐसे में प्रत्येक व्यक्ति को अपने धर्म और संस्कृति के लिए भागीदारी निभानी चाहिए. युवा वर्ग नशे की लत का शिकार होने से लगातार अपराध की दुनिया में कदम रख रहे है. ऐसे में युवाओं को धर्म और संस्कृति की मुख्य धारा में शामिल करने का प्रयास करना चाहिए तथा उनके भविष्य को बेहतर बनाना चाहिए.
देशभक्ति कविताओं का व्याख्यान करते हुए उन्होंने कहा कि भारत लगातार विश्व गुरु बनने की ओर अग्रसर हो रहा है. पूरे विश्व में भारत अपनी अलग पहचान बना रहा तथा आने वाले समय में विश्व शक्तियों में हमारी बड़ी भूमिका होगी. इसके साथ ही कवि विवेक पारीक, चैलासी से आए राजस्थानी हास्य कवि कैलाश दान कविया, हास्य कवि गुरु गणेश व हास्य कवि हरीश हिंदुस्तानी की हास्य कविताओं ने दर्शकों के बीच समा बांध दिया. मंच संचालन हरीश हिंदुस्तानी ने किया. आयोजन समिति की ओर से अतिथियों, कवियों का साफा पहनाकर सम्मान किया. इस मौके पर सीताराम जाट, सरदार सिंह फागणा, विजय सिंह सैनी, इंद्राज सैनी, डा संतोष सैनी, राजेश सिहाग, रमेश कुमार सैनी,महावीर प्रसाद तोगड़िया, ओमप्रकाश चलका, डा अक्षय शर्मा, महावीर प्रसाद स्वामी, प्रदीप कुमार, सत्यनारायण भार्गव, कैलाश स्वामी, गोपाल राम सैनी, विनोद कुमार सोनी, हरमेन्द्र चनानिया, गोपाल शर्मा सहित अनेक लोग मौजूद थे.