कोरबा: स्थानीय पं मुकुटधर पांडे साहित्य भवन में ‘संकेत साहित्य समिति‘ की जिला इकाई ने यूनुस दानियालपुरी की अध्यक्षता, कमलेश यादव के मुख्य आतिथ्य एवं दिलीप अग्रवाल, इकबाल अनजान, कृष्ण कुमार चंद्रा, डा गिरिजा शर्मा, स्मिता देशपांडे और भुवनेश्वर देवांगन नेही के विशिष्ट आतिथ्य में एक काव्य गोष्ठी एवं पुस्तक विमोचन का कार्यक्रम आयोजित किया. इस कार्यक्रम के दौरान अतिथियों ने कवयित्री रामकली कारे की पुस्तक ‘काव्य कंवल‘ का विमोचन किया. सबसे पहले समिति के सचिव डा कृष्ण कुमार चंद्रा ने संकेत साहित्य समिति का परिचय, उसकी गतिविधियों एवं भावी योजनाओं की जानकारी दी. उन्होंने बताया कि समिति की स्थापना कोरबा में सन 1981 में वरिष्ठ साहित्यकार व गजलकार डामाणिक विश्वकर्मा ‘नवरंग‘ ने की थी. उनकी अध्यक्षता में एक प्रादेशिक संस्था के रूप में आज संकेत साहित्य समिति विभिन्न जिलों में संचालित है रही है.
समिति की कोरबा इकाई के संरक्षक यूनुस दानियालपुरी एवं अध्यक्ष कमलेश यादव ने साहित्य के उन्नयन एवं विकास में साहित्य समितियों का योगदान और महत्त्वपूर्ण भूमिका को विस्तार से रेखांकित किया. कार्यक्रम का संचालन ‘संकेत साहित्य समिति‘ के सह सचिव जीतेंद्र कुमार वर्मा खैरझिटिया ने किया. जिन प्रमुख कवियों, साहित्यकारों ने अपने रचना-पाठ से कार्यक्रम को सफल बनाया, उनमें यूनुश दानियाल पुरी, दिलीप अग्रवाल, डा कृष्ण कुमार चंद्रा, इकबाल अहमद अनजान, डा गिरिजा शर्मा, बलराम राठौड़, जीतेंद्र कुमार वर्मा खैरझिटिया, अनुसुया श्रीवास, किरण सोनी, स्मिता देशपांडे, रामकली कारे, भारती चौरसिया, भुनेश्वर देवांगन नेही, नवल कुमार जोशी, मनीष कुमार, इंदू देवांगन, अर्चना साहू, संतोष मिरी हेम, धरम सिंह साहू, देवव्रत कुर्रे, आरएल पात्रे, फिरोजा खान, कविता जैन, आरएस श्रीवास, सरस्वती श्रीवास, ज्योति दीवान और संतोष चौहान शामिल थे. कार्यक्रम में स्थानीय साहित्यप्रेमियों की भी उपस्थिति थी.