जमशेदपुर: अखिल भारतीय साहित्य परिषद की झारखंड इकाई एवं सिंहभूम जिला हिंदी साहित्य सम्मेलन के संयुक्त तत्वावधान में तुलसी भवन के मानस सभागार में एक दिवसीय ‘सर्वभाषा साहित्यकार सम्मान समारोह‘ का आयोजन किया गया. समारोह की अध्यक्षता तुलसी भवन के अध्यक्ष सुभाष चन्द्र मुनका ने की. संचालन प्रदेश महामंत्री डा विजय प्रकाश ने किया. स्वागत वक्तव्य तुलसी भवन के मानद महासचिव डा प्रसेनजित तिवारी ने दिया. उन्होंने भारत रत्न से सम्मानित बाबा साहेब डा भीमराव आंबेडकर के जीवन पर विस्तृत प्रकाश डाला और उन्हें भारत माता का सच्चा सपूत, हिन्दू समाज का पथ प्रदर्शक बताया. कार्यक्रम का उद्घाटन मुख्य अतिथि भारत सेवाश्रम संघ झारखंड के प्रमुख स्वामी मुक्तात्मानन्द महाराज द्वारा दीप प्रज्वलन, दीप मंत्र, सरस्वती वंदना, संघ गीत, परिषद गीत तथा स्वागत गीत के साथ हुआ. प्रदेश अध्यक्ष डा अशोक कुमार सिंह ने परिषद परिचय, कार्य एवं व्यवहार पर बात रखी और कहा कि अखिल भारतीय साहित्य परिषद संस्कृति के पुनर्जागरण और साहित्य की नवीन रचनाशीलता पथ का पथिक है, जो श्रेष्ठ जीवन को जीवंत बनाने का कार्य कर रहा है. स्वामी मुक्तात्मानन्द महाराज ने अपने उद्बोधन में कहा कि अखिल भारतीय साहित्य परिषद भारतीय भाषाओं का एक देशव्यापी संगठन है, जिसकी स्थापना 1966 में दिल्ली में हुई थी. प्रसिद्ध साहित्यकार जैनेन्द्र कुमार के राष्ट्रीय अध्यक्ष काल में अनेक महानुभावों का सहयोग प्राप्त हुआ एवं सरदार जीत सिंह जीत के कुशल संगठनात्मक क्षमता के कारण इसे व्यापकता प्राप्त हुई .
मुख्य अतिथि ने झारखंड के 19 जिलों के 18 विभिन्न भाषाओं के साहित्य साधकों को साहित्य भूषण सम्मान से सम्मानित किया सम्मानित होने वालों में डा प्रशांत करण, विजय कुमार भारती, डोबरो बुड़ीउली, डा पम्पा सेन विश्वास, महेंद्र मोदी, डा अशोक कुमार ‘अविचल‘, दिनेश्वर प्रसाद सिंह ‘दिनेश‘, कुमार मनोज अरविन्द, डा अजय कुमार ओझा, डा प्रदीप प्रभात, मंगल सिंह मुण्डा, अमन कुमार होली, हरदेव नारायण सिंह,आदित्य कुमार मार्डी, डा मनोज कुमार राही, कमल लोचन कोड़ा, डा शकुन्तला मिश्र, डा चन्द्र किशोर केरकेट्टा, डा मित्रेश्वर अग्निमित्र, अंजनी शरण, डा कुमारी किरण वर्णवाल, डा राम रंजन सेन, उमा शंकर ‘उरेन्दु‘, शैलेन्द्र पाण्डेय शैल, सुरेश कुमार विश्वकर्मा प्रमुख रहे. सांगठनिक सम्मान पाने वालों में डा प्रसेनजित तिवारी, डा विजय प्रकाश, डा राजीव मिश्र ‘राजन‘, रेणु वाला कुमारी, गुड़िया कुजुर, ललित शर्मा, मनीषा सहाय सुमन, विनीत कुमार, लव कुमार, सुशांत कुमार पाठक, अमन कुमार दास, इन्द्रजीत यादव, चन्दन प्रजापति, दुर्गेश चौधरी, निर्मला पुतुल, सपना चन्द्रा प्रमुख रहे .सम्मान समारोह के पश्चात राजेन्द्र सिंह के संचालन में बहुभाषी कवि सम्मेलन हुआ. इसके पूर्व कार्यकारिणी की बैठक में राज्य भर से पधारे प्रतिनिधियों ने भाग लिया. बैठक में सदस्यता अभियान, साहित्यिक यात्रा तथा ‘साहित्य प्रभा‘ पत्रिका के प्रकाशन पर सहमति बनी. कार्यक्रम के अंत में प्रदेश महासचिव डा विजय प्रकाश ने धन्यवाद ज्ञापन किया.