नई दिल्ली: नई दिल्ली विश्व पुस्तक मेला बीत गया पर वहां की साहित्यिक गतिविधियां लंबे समय तक चर्चा में रहेंगी. वहां हुए पुस्तक विमोचन और लेखक मंच पर हुए कार्यक्रमों की धमक अभी भी सुनाई दे रही है. प्रगति मैदान दिल्ली में वरिष्ठ पत्रकार कला राय की किताब ‘दास्तान-ए- चिनार‘ का लोकार्पण हुआ. जिसमें कथाकार महेश कटारे, गीता गैरोला, मृदुला शुक्ला, माया मृग, हिमाचल से भारती कुठियाल आदि उपस्थित रहे. इस किताब में लेखिका ने कश्मीर के ज्वलंत मुद्दों को जो वहां के गांव से लेकर शहर तक महसूस किया उसे बखूबी कलम से उकेरा है. देश के पाठक वर्ग के सामने जलते हुए कश्मीर की सच्चाई को सामने रखने की कोशिश की है. लेखक मंच पर कवि सम्मेलन और मुशायरे में डा रश्मि बजाज ने अपने काव्य पाठ से लोगों को मंत्रमुग्ध किया. इस कार्यक्रम का आयोजन अहमदाबाद इंटरनेशनल लिटरेचर फेस्टिवल ने किया था. इस मुशायरे में निर्देश निधि, डा उपेंद्रनाथ रैना, आलोक यादव, अरुण पासवान भी मौजूद थे. संचालन यासीन परवेज ने किया.
इसी तरह पुस्तक विमोचन के एक अन्य कार्यक्रम में रिंकल शर्मा की पुस्तक ’21 श्रेष्ठ नारीमन की कहानियां‘, अनिल अग्रवंशी की पुस्तक ‘हंसी रोककर दिखाओ‘ का विमोचन भी हास्य कवि सुरेंद्र शर्मा ने किया. इस पुस्तक में शामिल सभी कहानियां स्त्री मनोभावों से जुड़ी हैं. इस अवसर पर शर्मा के अलावा सुभाष चंदर, प्रवीण शुक्ल, का भी विमोचन हुआ. इस अवसर पर अनिल अग्रवंशी, शिवराज सिंह, रेनू सैनी, नेहा वैद्य, अंजलि तयागी, अमित शर्मा, नीना महाजन, रेनू अंशुल, कीर्ति रतन, रणविजय राव, राकेश कुशवाह, उत्कर्ष गर्ग, अंशुल अग्रवाल, डा खुशी आलम, अशोक कुमार गुप्ता, अरुण कुमार जैमिनी एवं एसपी सिंह सेंगर, सुमित एवं व्योमा मिश्र उपस्थित थे. इसी तरह नेशनल बुक ट्रस्ट, इंडिया की पुस्तक ‘शिमला‘ का विमोचन भी हुआ. लेखिका डा रचना गुप्ता ने पुस्तक के बारे बताते हुए कहा कि यह पुस्तक की शिमला के इतिहास और उसकी संस्कृति समेत अन्य विविध पक्षों पर गहन शोध कार्य है. कार्यक्रम में पत्रकार राहुल देव और न्यास, के निदेशक युवराज मलिक उपस्थित थे.