नई दिल्ली: उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने जी-20 में ‘यंग माइंड्स‘ की प्रभावशाली भागीदारी पर प्रकाश डालते हुए आज के समय में भारतीय युवाओं के पोषण के सर्वोच्च महत्त्व को रेखांकित किया. उन्होंने युवाओं के शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य को बनाए रखने पर बल देते हुए इस बात पर जोर दिया कि जब वे ऊर्जावान, प्रेरित और अभिप्रेरित होते हैं उनकी प्रदर्शन करने की क्षमता अनंत हो जाती है. धनखड़ ने यह बात संसद भवन में जी-20 थिंक क्विज़ के फाइनलिस्ट प्रतिभागियों का स्वागत करते हुए कही. उन्होंने प्रतिभागियों को यह भी बताया कि नए संसद भवन के निर्माण की उल्लेखनीय उपलब्धि केवल 30 माह में प्राप्त हुई है, इस परियोजना में देश के हर कोने से मानव संसाधन शामिल थे.
उपराष्ट्रपति धनखड़ ने बेहद प्रतिभाशाली दिमाग और तर्क क्षमता वाले इन युवाओं को यह भी बताया कि भारत की अध्यक्षता के दौरान हाल के वर्षों में जी-20 शिखर सम्मेलन ने किस तरह एक शीर्ष संवाद के लक्ष्य को छुआ है. उन्होंने स्पष्ट किया कि देश भर में 60 स्थानों पर 200 से अधिक बैठकों का आयोजन हुआ. छात्रों के साथ बातचीत करते हुए उपराष्ट्रपति ने ‘संबंधित देशों के राजदूत‘ के रूप में उनकी प्रारंभिक भूमिका पर हर्ष जताया और ‘वैश्विक राजदूत‘ के रूप में उनके परिवर्तन के लिए आभार प्रकट किया. धनखड़ ने इन प्रतिभागियों को अपने अनुभवों और यात्राओं का विवरण देने, मित्रता बढ़ाने और अपनी यात्रा के बाद भी संबंध बनाए रखने के लिए प्रोत्साहित किया.