नई दिल्ली: दीपावली पर वाणी प्रकाशन समूह एक बार फिर ‘पुस्तक वाली दीपावली‘ के साथ हाजिर है. समूह उपहार स्वरूप दीपोत्सव के अवसर पर सभी सजिल्द पुस्तकों पर 40 प्रतिशत और पेपरबैक पुस्तकों पर 30 प्रतिशत की विशेष छूट दे रहा है. वाणी प्रकाशन की डिजिटल मार्केटिंग अध्यक्ष दामिनी माहेश्वरी ने कहा कि दीपावली को हम प्रकाश और प्रगति से सम्बोधित करते हैं. वाणी प्रकाशन ग्रुप की ओर से यह पूरा प्रयास रहता है कि हमारे पाठकों ने जो ज्ञान का मार्ग चुना है, उसमें हम भी उनके सहयात्री और पुस्तक मित्र बनें. पिछले 3-4 वर्षों में पाठकों की रुझान साहित्य की ओर और बढ़ी है. इसे ध्यान में रखते हुए हमने यह पहल वाणी डिजिटल से की थी. कोरोना काल में 400 से अधिक पुस्तक कार्यक्रम किए थे और अब डिजिटल प्लेटफार्म के माध्यम से पुस्तकों को संस्कृति से जोड़ने की नयी पहल पाठकों को समर्पित है. उन्होंने बताया कि इस उत्सव के दौरान सभी पाठक व लेखक एक नवम्बर से तीस नवम्बर तक ‘पुस्तक वाली दीपावली‘ का आनन्द ले सकते हैं. वाणी प्रकाशन समूह के सभी घटकों- वाणी प्रकाशन, भारतीय ज्ञानपीठ व यात्रा बुक्स की सभी पुस्तकों पर यह विशेष छूट दी जा रही है. पिछले वर्ष भी वाणी प्रकाशन ग्रुप द्वारा यह पहल की गयी थी. जो पाठकों द्वारा ख़ूब सराही गयी थी.
दामिनी माहेश्वरी ने कहा कि भगवान बुद्ध ने कहा था ‘अप्प दीपो भव‘. पुस्तकों से ही हम अपने मन और समाज का अंधकार मिटा सकते हैं. दीपावली स्वयं के अन्दर के अंधकार को मिटाकर समूचे संसार को प्रकाशमय बनाने का त्योहार है. दीपावली का त्योहार अधिकांश भारतीय मानस की पवित्रता से जुड़ा है. इस त्योहार पर आध्यात्मिक, बौद्धिक और सामाजिक शुचिता के साथ-साथ पारिवारिक सौहार्द पर भी ध्यान दिया जाता है. वाणी प्रकाशन ग्रुप दीपोत्सव पिछले 60 वर्षों से अपने पाठकों व लेखकों के साथ सतत जुड़ा हुआ है. पुस्तकें ज्ञान का सागर हैं. पुस्तकें हमारे जीवन की सबसे अच्छी साथी होती हैं. जब भी हमें उनकी आवश्यकता होती है वे हमारे लिए उपलब्ध होती हैं. किताबें हमारी आसपास की दुनिया को समझने, सही और ग़लत के बीच निर्णय लेने में हमारी मदद करती हैं. वे आदर्श, मार्गदर्शक या सर्वकालिक शिक्षक के रूप में भी हमारे जीवन में शामिल होती हैं. किताबें पढ़ने से हमारे व्यक्तित्व में गुणात्मक परिवर्तन आता है. इस दीपावली अपने मित्रों और परिवारों को पुस्तकें भेंट की जायें जिससे हमारा ज्ञान का सागर और समृद्ध हो सके. उन्होंने पाठक मंच योजना के बारे में भी जानकारी दी और कहा कि इस वर्ष हम ‘वाणी जनसुलभ पाठक मंच‘ योजना का डिजिटल अवतार सभी पाठकों को समर्पित कर रहे हैं.