तिरुवनंतपुरम: साहित्य जगत में साहित्यिक मेलों की तरह ही लगता है पुरस्कारों के दिन भी लौट रहे हैं. कुछ बड़े पुरस्कारों और सम्मानों के बंद होने की सुगबुगाहटों के बीच टाटा समूह के स्वामित्व वाले ‘एअर इंडिया एक्सप्रेस‘ ने मलयालम उपन्यासों के लिए साहित्यिक पुरस्कार शुरू करने के मकसद से फिल्म निर्माता एवं लेखक पी पद्मराजन के नाम पर स्थापित पद्मराजन ट्रस्ट के साथ साझेदारी की है. एयरलाइन उद्योग में पहली बार इस तरह के अनूठे सहयोग का उद्देश्य मलयालम साहित्य को बढ़ावा देना है. इस सम्मान का नाम ‘एअर इंडिया एक्सप्रेस टेल्स ऑफ इंडिया अवार्ड‘ रखा गया है. यह पुरस्कार किसी होनहार लेखक के पहले उपन्यास को दिया जाएगा. यह पहल प्रतिभाशाली लेखकों के पहले प्रमुख काम को स्वीकृति दिलाने और उनका समर्थन करने की एयरलाइन की प्रतिबद्धता के अनुरूप है.
इस सम्मान के शुरुआती प्राप्तकर्ता केएन प्रशांत हैं, जिन्हें उनके पहले उपन्यास ‘पोनम‘ के लिए चुना गया है. लेखक सारा जोसेफ की अध्यक्षता में एक प्रतिष्ठित जूरी ने उन्हें इस पुरस्कार के लिए चुना था. पद्मराजन ट्रस्ट ने केवल नव मलयाली लेखक को ही नहीं, बल्कि कला-साहित्य के क्षेत्र से जुड़े जिन अन्य व्यक्तियों को पुरस्कार प्रदान करने की घोषणा की है, उनमें सर्वश्रेष्ठ उपन्यास के लिए एम मुकुंदन, सर्वश्रेष्ठ निर्देशक के रूप में लिजो जोस पेलिसरी, सर्वश्रेष्ठ लघु कहानी के लिए वीजे जेम्स और पटकथा के लिए श्रुति सरन्याम शामिल हैं. आयोजकों ने केरल में युवा प्रतिभाओं को निखारने के लिए महत्वाकांक्षी फिल्म निर्माताओं और लेखकों की कार्यशाला आयोजित करने की घोषणा भी की है .