पटना: संगीत के क्षेत्र में बिहार में खास पहचान रखने वाली लोकगायिका पद्म भूषण शारदा सिन्हा को केसरी सम्मान से नवाजा गया है. उन्हें यह सम्मान बिहार के प्रथम मुख्यमंत्री श्री कृष्ण की जयंती पर दिया गया. बिहार इंटेलेक्चुअल फार्म के बैनर तले केसरी सम्मान समारोह का आयोजन किया गया. कार्यक्रम में महामहिम राज्यपाल राजेंद्र विश्वनाथ आर्लेकर ने कला के क्षेत्र में शारदा सिन्हा को सम्मानित करने के साथ ही चिकित्सा, शिक्षा, समाज सेवा एवं कारोबार जगत में बिहार का नाम रोशन करने वाली विभूतियों को भी केसरी सम्मान से नवाजा है. राज्यपाल राजेंद्र विश्वनाथ आर्लेकर द्वारा सम्मानित होने वालों में पद्मश्री से सम्मानित स्त्री रोग विशेषज्ञ डा शांति राय, डा विजय प्रकाश, सुधा वर्गीज; आईएमए के पूर्व प्रेसीडेंट डा अजय कुमार और न्यास समिति के सचिव आचार्य किशोर कुणाल सहित कई दिग्गजों को सम्मानित किया गया.
इस मौके पर शारदा सिन्हा ने कहा कि कि मुझे बहुत गर्व हुआ कि मुझे सम्मान के लिए बुलाया गया. उन्होंने कार्यक्रम के आयोजक डा निशिकांत कुमार को धन्यवाद दिया. उन्होंने कहा कि मैं कृष्णा बाबू के विचारों से प्रेरित हूं. कृष्णा बाबू का सपना था कि सभी को एकजुट करके बिहार को आगे बढ़ाया जाए और हम लोग भी यही चाहते हैं कि बिहार आगे बढ़े. पहले और अभी की तुलना की जाए, तो बहुत कुछ पहले से कमी आई है, लेकिन बहुत कुछ बढ़ोतरी भी हुई है और इसके लिए हम सभी लोग को आगे आना होगा. इस मौके पर शारदा सिन्हा ने अपने बहुत प्रचलित देवी भजन ‘जगदंबा घर में दियरा बार अइलू हे, जगतारण घर में दियरा बार अइलू है‘ गीत को गाकर लोगों को दशहरा की शुभकामना दीं. इसे सुनकर लोग भाव विभोर हो गए.