गांधीनगर: “बच्चों की जिस विषय में उनकी रुचि हो, उस विषय का ज्ञानी बनाने की दिशा में शिक्षकों को काम करना चाहिए, जिससे गुजरात और देश को एक अच्छा नागरिक मिल सकें.” केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह ने गांधीनगर जिले के समौ गांव में शहीद स्मारक और पुस्तकालय का उद्घाटन करते हुए कही. उन्होंने कहा कि वे पिछली नवरात्रि के दौरान यहां आए थे और इस शहीदी स्मारक का भूमिपूजन किया था और अब इसका उद्घाटन हो गया है. शाह ने कहा कि आजादी के अमृत महोत्सव के दौरान प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने देशभर में 1857 से 1947 के 90 साल के आजादी के संग्राम में बलिदान देने वाले जाने-अनजाने अनगिनत शहीदों के स्मारक बनाने, उनके इतिहास को पुनर्जीवित करने और युवा और नई पीढ़ी को उनसे प्रेरणा मिले, ऐसे कार्यक्रम शुरू किए. उन्होंने कहा कि समौ में नवंबर, 1857 में आजादी के संघर्ष में 12 वीरों ने अपने प्राणों की आहुति दी थी, लेकिन 2022-23 तक उनका कोई स्मारक नहीं था. आज बना यह स्मारक उनकी शौर्य गाथाओं को अमर बनाने का काम करेगा. गुजरात सरकार के युवा और सांस्कृतिक विभाग ने संपूर्ण गुजराती व्याकरण की पुस्तकों का एक पुस्तकालय बनाया है, जिसके लिए वे अभिनंदन के पात्र हैं.
केन्द्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री शाह ने कहा कि बच्चों और युवाओं को इस पुस्तकालय की ओर लाने से ही गुजरात और पूरे देश का भविष्य संवरेगा. यह पुस्तकालय देश के इतिहास, भाषा और संस्कृति से युवाओं को जोड़ेगा. उन्होंने कहा कि अनगिनत शहीदों ने अपना सर्वोच्च बलिदान देश की आजादी के लिए दिया है और उस संस्कृति और भाव को गुजराती भाषा गौरव के साथ जीवंत रखेगी. उन्होंने कहा कि इस आधुनिक पुस्तकालय में कम्प्यूटर शिक्षा से संबंधित कई पुस्तकें डिजिटल रूप में भी उपलब्ध हैं. उन्होंने कहा कि विद्यार्थियों, युवाओं और बच्चों को इस पुस्तकालय की ओर मोड़ने की जिम्मेदारी शिक्षकों की है. उन्होंने कहा कि मोदी जी ने यहां वांचे गुजरात अभियान शुरू किया था. उस समय उन्होंने गुजरात के सभी पुस्तकालयों को समृद्ध करने की योजना बनाई थी, उसी प्रेरणा से समौ गांव के पुस्तकालय को बनाया गया है. इसके साथ ही 100 विद्यार्थियों के पढ़ने की सुविधा यहां उपलब्ध कराई गई है. शाह ने समौ के युवाओं से कहा कि सरकार सुविधा उपलब्ध करवा सकती है लेकिन उन सुविधाओं की देखरेख का काम गांववासियों और स्थानीय युवाओं को करना होगा.