छपरा: “किसान और शिक्षा दोनों ही समाज की जरूरी अंग हैं और दोनों का विकास होना जरूरी है. तभी समाज, जिला, राज्य और देश का विकास होगा.” उक्त बातें बिहार के राज्यपाल राजेंद्र विश्वनाथ अर्लेकर ने सारण जिला के जलालपुर प्रखंड अंतर्गत हरपुर शिवालय किशुनपुर धरान में किसान सम्मान भवन के उद्घाटन अवसर पर कहीं. इस अवसर पर उन्होंने विभिन्न क्षेत्रों में उत्कृष्ट कार्य करने वाले 40 से अधिक लोगों को सम्मानित भी किया. कार्यक्रम की अध्यक्षता और धन्यवाद ज्ञापन सांसद जनार्दन सिंह सिग्रीवाल ने किया. सम्मानित होने वालों में भोजपुरी का नाम रोशन करने वाले मनोज भावुक भी शामिल थे. राज्यपाल ने उन्हें ‘राज्य गौरव सम्मान‘ से अंग वस्त्र, स्मृति चिह्न और प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया. सांसद सिग्रीवाल ने वैश्विक स्तर पर भोजपुरी फिल्म, साहित्य और भोजपुरी भाषा के प्रचार-प्रसार में भावुक के योगदान से राज्यपाल को अवगत कराया.
याद रहे कि मनोज भावुक साहित्यकार, संपादक, कवि के अलावा लंबे समय से टीवी मीडिया से भी जुड़े हैं. लगभग एक दशक तक अफ्रीका एवं यूके में बतौर इंजीनियर सेवा देने के बाद मनोज पूरी तरह भोजपुरी से जुड़ गए. जी टीवी के रियलिटी शो सारेगामापा, रीजनल के प्रोजेक्ट हेड रहे. कई पुस्तकों के प्रणेता हैं. टीवी एंकर और अंतरराष्ट्रीय मंच संचालक हैं. कई फिल्मों और धारावाहिकों में अभिनय भी किया है. विश्व भोजपुरी सम्मेलन की दिल्ली और इंग्लैंड इकाई के अध्यक्ष रहे हैं. वर्तमान में आलोचक नामवर सिंह द्वारा स्थापित संस्था नारायणी साहित्य अकादमी के महासचिव हैं. साहित्यिक-सांस्कृतिक विनिमय एवं काव्य पाठ हेतु यूरोप, अफ्रीका, दुबई, मारीशस, नेपाल की यात्रा करने वाले भावुक को फिल्मफेयर व फेमिना द्वारा भी सम्मानित किया जा चुका है.