इंदौर: महात्मा गांधी अपने जीवन और संदेशों से पूरी दुनिया को आज भी प्रेरणा दे रहे हैं, इसीलिए उनकी जयंती न केवल अंतर्राष्ट्रीय अंहिसा दिवस के रूप में मनाई जाती है, बल्कि लोग उनके जीवन से प्रेरणा ग्रहण करने का भी संकल्प लेते हैं. श्री मध्यभारत हिंदी साहित्य समिति ने भी इस दिन हिंदी प्रचार एवं सेवा संदर्भ के रूप में ‘साहित्यपथ दीर्घा‘ के साथ एक अनुपम नवाचार किया. इस अवसर पर साहित्य अकादमी मप्र के निदेशक डा विकास दवे मुख्य अतिथि थे. उन्होंने कहा कि समिति का यह प्रशंसनीय कार्य राह चलते लोगों को भी प्रेरणा प्रदान देगा. कार्यक्रम के अध्यक्ष केनरा बैंक इंदौर के मंडल प्रबंधक राजीव कुमार ने जहां नवाचार की प्रशंसा की, वहीं उन्होंने हिंदी में गांधीजी संदर्भ कविता का पाठ किया. समिति के प्रधानमंत्री अरविंद जवलेकर ने स्वागत उद्बोधन के साथ समिति द्वारा किए जा रहे नवीन कार्यक्रमों पर प्रकाश डाला. अतिथियों का स्वागत डा पद्मा सिंह, घनश्याम यादव एवं राकेश शर्मा ने किया.
इस कार्यक्रम का आरंभ दीप प्रज्जवलन और मां सरस्वती की अर्चना के साथ गांधीजी की मूर्ति को सूत की माला पहनाकर प्रणाम किया गया. प्रचार मंत्री हरेराम वाजपेयी ने संचालन किया और पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री को भी याद किया. उन्होंने गांधीजी के मध्यभारत हिंदी साहित्य समिति के साथ संबंधों पर भी प्रकाश डाला और 1918 से 1935 का इतिहास बताया. इस योजना के तहत समिति के मुख्य मार्ग पर प्रेरणादायी पंक्तियों के साथ कालजयी साहित्यकारों के चित्र वाली दीर्घा बनाई गई है, जो आकर्षण का केंद्र रही. प्रदीप नवीन ने आभार माना. इस अवसर पर केनरा बैंक की मुख्य प्रबंधक स्वाति नायक, मुख्य प्रबंधक बलवंत कुलकर्णी, हिंदी समिति परिवार से राजेश शर्मा, उमेश पारिख, अनिल भोजे, छोटेलाल भारती, कमलेश पांडे के साथ ही साहित्यकार डा आरती दुबे, विनीता सिंह चौहान, डा जीडी अग्रवाल, अरविन्द जोशी, डा सुरेश पटेल, ओमप्रकाश वर्मा, प्रणव व्यास, संदीप पालीवाल, अशोक राव, मुकेश करोले, विनोद जाटव, अश्विनी खरे, श्याम शर्मा सहित बड़ी संख्या में गांधीवादी और हिंदी प्रेमी उपस्थित थे.