जमशेदपुर: अखिल भारतीय भोजपुरी साहित्य सम्मेलन बिहार की राष्ट्रीय प्रवर समिति और कार्य समिति की स्थानीय ‘तुलसी भवन‘ में हुई बैठक में भोजपुरी-हिंदी के साहित्यकार और समीक्षक डा ब्रजभूषण मिश्र सम्मेलन का अध्यक्ष बनाने का निर्णय हुआ. वह सम्मेलन के सत्ताइसवें राष्ट्रीय अध्यक्ष होंगे. सम्मेलन के राष्ट्रीय महामंत्री प्रो डा जयकान्त सिंह ‘जय‘ ने बताया कि सत्तर के दशक से भोजपुरी भाषा, समाज, संस्कृति, साहित्य और शिक्षा के निर्माण, उत्थान और वैश्विक पहचान के लिए सतत सुव्यवस्थित पद्धति से कार्य करने वाले इस संगठन का इतिहास अत्यंत गौरवशाली रहा है. सम्मेलन से बतौर प्रबंध मंत्री, प्रचार मंत्री व सदस्य के रूप में लगभग तीन दशक से जुड़े कवि और भोजपुरी जंक्शन के संपादक मनोज भावुक ने खुशी जाहिर करते हुए कहा कि डा मिश्र के रूप में एक सरल-सहज, विद्धान, योग्य एवं कर्मठ व्यक्तिव और भोजपुरी को जीने वाले साधक को अध्यक्ष पद की जिम्मेदारी देना भोजपुरी के बेहतर भविष्य की ओर इशारा करता है.
याद रहे कि डा मिश्र उस भोजपुरी सेवी संगठन के भावी अध्यक्ष मनोनीत हुए हैं, जिसे पूर्व में अध्यक्ष के रूप में डा उदय नारायण तिवारी, आचार्य हजारी प्रसाद द्विवेदी, आचार्य देवेन्द्र नाथ शर्मा, डा विवेकी राय, पाण्डेय कपिल, डा प्रभुनाथ सिंह, डा रिपुसूदन श्रीवास्तव आदि सरीखे विद्वानों का नेतृत्व प्राप्त हो चुका है. डा मिश्र सम्मेलन के छब्बीसवें और वर्तमान अध्यक्ष संस्कृत, हिंदी और भोजपुरी के वयोवृद्ध विद्वान साहित्यकार डा हरेराम त्रिपाठी ‘चेतन‘ के बाद पहले ऐसे अध्यक्ष होंगे जो पूर्व में इस राष्ट्रीय संगठन के महामंत्री भी रह चुके हैं. इसी साल 16 और 17 दिसंबर को जमशेदपुर में आहूत सम्मेलन के सत्ताइसवें दो दिवसीय अधिवेशन में डा मिश्र को अध्यक्ष का दायित्व सौंपा जाएगा. डा रिपुसूदन श्रीवास्तव, सूर्यदेव पाठक ‘पराग‘, डा हरेराम त्रिपाठी ‘चेतन‘, डा महामाया प्रसाद ‘विनोद‘, कनक किशोर, कुमार विरल, सुभाष यादव, गंगा प्रसाद अरुण, डा सुनील कुमार पाठक, डा जयकान्त सिंह ‘जय‘, डा ओमप्रकाश राजापुरी आदि ने डा मिश्र के अध्यक्ष मनोनीत होने पर खुशी व्यक्त करते हुए उन्हें बधाइयां दी हैं.