नई दिल्ली: केंद्रीय पत्तन, पोत परिवहन और जलमार्ग मंत्री सर्बानंद सोनोवाल ने राजभाषा शील्ड एवं मौलिक पुस्तक योजना के तहत वरिष्ठ पत्रकार और लेखक अरविंद कुमार सिंह को उनकी पुस्तक ‘भारत में जल परिवहन‘ के लिए सम्मानित किया. स्थानीय विज्ञान भवन में आयोजित मंत्रालय की हिंदी सलाहकार समिति की बैठक में यह पुरस्कार दिया गया. इस समारोह में कई सांसद, मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारी और सभी बंदरगाहों के प्रमुख अधिकारी मौजूद थे. सिंह की पुस्तक ‘भारत में जल-परिवहन‘ देश में नौवहन के गौरवशाली अतीत के साथ मौजूदा परिदृश्य में भविष्य की संभावनाओं की पड़ताल करती है. इस पुस्तक का प्रकाशन राष्ट्रीय पुस्तक न्यास, भारत ने किया है. सदियों तक जल परिवहन हमारे सामाजिक-आर्थिक विकास में मददगार रहा. ताकतवर जलमार्गों के तट पर वैभवशाली नगर बसे. लेखक का मानना है कि आज भी देश में कई इलाकों में लाखों लोगों की जरूरतें जल परिवहन से पूरी होती है. धीमी गति के बाद भी यह गरीबों के लिए जीवन रेखा बना हुआ है और आपदाओं के दौरान देसी नौकाएं तक सबसे अधिक काम आती है. सिंह संचार, परिवहन क्षेत्र और ग्रामीण समाज के अध्येता हैं.
उत्तर प्रदेश के बस्ती जिले में 7 अप्रैल, 1965 को जन्मे अरविंद कुमार सिंह हिंदी के प्रतिष्ठित पत्रकार और लेखक हैं. इलाहाबाद विश्वविद्यालय से उच्च शिक्षा हासिल करने के बाद पिछले साढ़े तीन दशकों से वे पत्रकारिता और लेखन से जुड़े हैं. उन्होंने कई अखबारों में काम किया, रेल मंत्रालय में सलाहकार और लगभग एक दशक तक राज्य सभा टीवी में संसदीय मामलों के संपादक के तौर पर पर काम किया. वे राज्य सभा की मीडिया सलाहकार समिति के अलावा कई विश्वविद्यालयों के बोर्ड आफ स्टडीज के सदस्य भी रहे हैं. सिंह पीएम युवा कार्यक्रम के मेंटर रहे सिंह की विभिन्न पत्र-पत्रिकाओं में 600 से अधिक रचनाएं प्रकाशित हुई हैं, तो आकाशवाणी तथा टेलीविजन चैनलों पर 400 से अधिक कार्यक्रम प्रसारित हुए है. उनकी पुस्तक ‘भारतीय डाक‘ हिंदी, अंग्रेजी, उर्दू तथा असमिया भाषा में प्रकाशित हुई है. ‘डाक टिकटों में भारत दर्शन‘ पुस्तक के अलावा उन्होंने ‘भारतीय महिला कृषक नामक‘ पुस्तक का हिंदी अनुवाद भी किया है. एनसीईआरटी पाठ्यक्रम सहित कई राज्यों में पाठ्यक्रम में उनकी रचनाएं शामिल हैं. उन्हें भारत सरकार के साक्षरता पुरस्कार, गणेश शंकर विद्यार्थी पत्रकारिता पुरस्कार, हिंदी अकादमी दिल्ली का साहित्यकार सम्मान (पत्रकारिता), चौधरी चरण सिंह कृषि पत्रकारिता पुरस्कार, इफको हिंदी सेवी सम्मान, शिक्षा पुरस्कार 2009, भारतीय प्रेस परिषद के ग्रामीण पत्रकारिता में उत्कृष्टता पुरस्कार, महेश सृजन सम्मान के अलावा राष्ट्रमंडल संसदीय संघ की ओर सम्मानित किया जा चुका है.