जमशेदपुरः नव संवत्सर, व्यास पूर्णिमा, गुरु पूर्णिमा एवं बाल्मीकि जयंती के उपलक्ष्य में राष्ट्रीय कवि संगम जमशेदपुर झारखंड इकाई की ओर से साकची स्थित एक होटल में कवि गोष्ठी आयोजित की गई. पावन मास सावन के आगमन के चलते कार्यक्रम का आरंभ संस्था से जुड़ी सभी कवयित्रियों को हरी चूड़ियां पहना कर किया गया. काव्य गोष्ठी में शहर के 21 कवि एवं कवयित्रियों ने गुरु पर समर्पित स्वरचित रचनाओं का पाठ किया. कार्यक्रम का प्रारंभ दीप प्रज्वलन एवं मां शारदे को पुष्प अर्पित कर हुआ. डॉ रजनी रंजन द्वारा सुमधुर आवाज में सरस्वती वंदना के साथ कार्यक्रम की शुरुआत हुई. स्वागत भाषण राष्ट्रीय कवि संगम जमशेदपुर इकाई की जिलाध्यक्ष निवेदिता श्रीवास्तव गार्गी ने दिया. संस्था की महामंत्री डॉ संध्या सिन्हा सूफी के बेहतरीन संयोजन में कार्यक्रम का आयोजन हुआ. मुख्य अतिथि संगम के केंद्रीय अध्यक्ष शिवपूजन सिंह ने दीप प्रज्वलित किया.
कवि गोष्ठी की विशिष्ट अतिथि प्रतिभा प्रसाद कुमकुम और वसंत जमशेदपुरी थे. संस्था के सचिव दीपक वर्मा दीप ने कवि गोष्ठी के दौरान मंच संचालन किया. कवि-गोष्ठी में संस्था के संरक्षक श्यामल सुमन, प्रतिभा प्रसाद कुमकुम, नवीन अग्रवाल, दीपक वर्मा दीप, शिप्रा सैनी मौर्या, संतोष कुमार चौबे, लक्ष्मी सिंह रूबी, उपासना सिन्हा, वीणा पांडे भारती, माधवी उपाध्याय, पूनम शर्मा स्नेहिल, उदय प्रताप हयात, वसंत जमशेदपुरी, निवेदिता श्रीवास्तव गार्गी, डॉक्टर रजनी रंजन, आरती श्रीवास्तव विपुला, सविता सिंह मीरा, पूनम सिन्हा एवं सुष्मिता पाठक मिश्रा की काव्य प्रस्तुति सराहनीय रही. शिवपूजन सिंह ने अपना वक्तव्य पढ़ा. धन्यवाद ज्ञापन नवीन अग्रवाल ने दिया.