रादौर: अंतरराष्ट्रीय हिंदी परिषद हरियाणा संस्था ने हरियाणा में हिंदी ग्रंथ अकादमी की स्थापना की मांग को लेकर राज्य के राज्यपाल के नाम एक ज्ञापन सौंपा. संस्था के प्रतिनिधियों ने उपजिलाधिकारी रादौर अमित कुमार के माध्यम से राज्यपाल को ज्ञापन सौंपकर यह मांग की कि प्रदेश में हिंदी ग्रंथ अकादमी की स्थापना अति आवश्यक है. प्रतिनिधियों का कहना था कि प्रदेश में हिंदी अकादमी स्थापित होने से राज्य के सभी निवासियों को हिंदी की मूल भावना को बढ़ावा देने और इस भाषा को समझने में सहयोग मिलेगा. यही नहीं इससे हिंदी को राष्ट्रभाषा के रूप में स्थापित होने में मदद मिलेगी.
अंतरराष्ट्रीय हिंदी परिषद के संस्थापक एवं राष्ट्रीय अध्यक्ष हृदय नारायण मिश्रा के निर्देशानुसार यह कार्यक्रम प्रत्येक राज्य में किया जा रहा है. परिषद अपने इस अभियान के माध्यम से हिंदी को राष्ट्रभाषा घोषित करने के लिए सरकार पर दबाव डाल रही है. परिषद का मानना है कि राष्ट्रभाषा के रूप में हिंदी को मान्यता दिलाना का यह एक बेहद अनुकूल अवसर है. केंद्र में इस समय प्रधानमंत्री से लेकर गृह मंत्री और रक्षा मंत्री जैसे बड़े पदों पर वे लोग बैठे हैं, जिनका भाव हिंदी के प्रति सकारात्मक है. इसलिए इस मांग को जनमानस से जोड़कर इस अभियान को मजबूती दी जा सकती है. ज्ञापन सौंपने वालों में आचार्य भगवती प्रसाद शुक्ल, भगवत दयाल कटारिया, संजय शर्मा, जसमेर सिंह, रविंद्र शर्मा आदि शामिल थे.