कोरबाः पंडित मुकुटधर पांडेय साहित्य भवन में ‘प्रिंट मीडिया का महत्त्व और उसका अवदान‘ विषय पर संगोष्ठी और कोरबा के वरिष्ठ पत्रकार रमेश पासवान की स्मृति में पत्रकारिता सम्मान कार्यक्रम का आयोजन हुआ. मां सरस्वती की प्रतिमा के समक्ष दीप प्रज्वलन, माल्यार्पण और स्वर्गीय रमेश पासवान के छाया चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित कर कार्यक्रम की शुरुआत हुई. अतिथियों के स्वागत अभिनंदन उपरांत वरिष्ठ पत्रकार मनोज ठाकुर ने सम्मान की प्रस्तावना पढ़ी. पत्रकारिता में महत्त्वपूर्ण योगदान के लिए यह सम्मान सत्यनारायण पाल ‘सत्या‘ को दिया गया. इसके तहत शॉल-श्रीफल, प्रशस्ति-पत्र एवं 10 हजार रुपए की सम्मान राशि का चेक भेंट कर उज्ज्वल भविष्य की कामना की गई. इस अवसर पर पत्रकार, संपादक सुरेशचंद्र रोहरा ने कहा कि स्व. रमेश पासवान ने इस औद्योगिक नगर में लगभग 30 वर्ष की पत्रकारिता में अहम योगदान देते हुए पत्रकारिता को एक ऊंचाई और प्रतिष्ठा दी थी. उनकी स्मृति में इस सम्मान की शुरुआत की गई है जो अनवरत जारी रहेगी. मुख्य अतिथि कोरबा प्रेस क्लब अध्यक्ष राकेश श्रीवास्तव ने कहा कि इस तरह का आयोजन कर पाना हिम्मत की बात है. प्रेस क्लब ने पासवान की स्मृति में रक्तदान शिविर लगाया है, जिसे आगे वृहद स्वरूप दिया जाएगा. वरिष्ठ अधिवक्ता बीके शुक्ला ने पासवान की स्मृति में शुरू किए गए सम्मान की परंपरा को सराहते हुए इसके अनवरत जारी रहने की कामना की.
‘प्रिंट मीडिया का महत्व और उसका अवदान‘ विषय पर कोरबा क्लब के संरक्षक कमलेश यादव ने कहा कि प्रिंट मीडिया की प्रासंगिकता सदैव रहेगी. हालांकि आज की नई पीढ़ी के पत्रकारों में अध्ययन की कमी है और उन्हें चाहिए कि वे डिग्री के साथ-साथ अध्ययन पर भी ज्यादा जोर दें ताकि वे परिपक्व पत्रकारिता कर सकें. विशिष्ट अतिथि मूरितराम साहू ने कहा कि पासवान हमेशा से ही दलित, शोषित, मजदूर, किसान, आदिवासी वर्ग के लिए लिखते रहे. पार्षद धरम निर्मले ने कहा कि रमेश पासवान एक जिज्ञासु पत्रकार थे और उन्होंने कोरबा से जुड़े कई अनछुए पहलुओं को भी पाठकों के सामने लाया. एल्डरमैन सनंद दास दीवान ने रमेश पासवान की पत्रकारिता और व्यक्तित्व से जुड़ी यादों को साझा कर कहा कि प्रिंट मीडिया ऐतिहासिक व प्रमाणित दस्तावेज है. वरिष्ठ पत्रकार विकास जोशी ने कहा कि आज की पत्रकारिता में बहुत कुछ सोचने की जरूरत है. अध्यक्षता कर रहे प्रगतिशील लेखक संघ के अध्यक्ष मो यूनुस दनियालपुरी ने कहा कि पासवान एक मज़दूर का बेटा था. उसके पिता क्रेन ऑपरेटर थे. यहां की मिट्टी में खेला-कूदा रमेश अपने कद से बहुत ऊंचा निकल गया. इस अवसर कवि गोष्ठी भी आयोजित हुई. कार्यक्रम में कोरबा प्रेस क्लब के सचिव दिनेश राज, पूर्व उपाध्यक्ष रामेश्वर ठाकुर, अरविंद पांडेय, उमेश यादव, हीरा राठौर, रेणु जायसवाल, अनूप पासवान, राजेश सक्सेना के अलावा साहित्यकार उमेश अग्रवाल, जेपी श्रीवास्तव, दिलीप अग्रवाल, बलराम राठौर, संतोष मिरी, गीता विश्वकर्मा, वीणा मिस्त्री, रशीदा बानो, प्रभात शर्मा, मनीष कुमार आदि उपस्थित रहे. संचालन कवि कृष्ण कुमार चंद्रा व जितेंद्र वर्मा ने और आभार वीणा मिस्त्री ने किया.