नोएडाः नई पहल नामक संस्था ने ‘कविता इंद्रधनुष’ के तहत सब रस काव्य-गोष्ठी का आयोजन किया, जिसमें हास्य, व्यंग्य, ओज, करुणा, प्रेम के अलावा मानवीय संवेदना और पर्यावरण जैसे विषयों पर रचनाएं पढ़ी गईं. संयोजन जितेंद्र मिश्र और संचालन हास्य कवि विनोद पाण्डेय ने किया. कार्यक्रम में बाबा कानपुरी, मोहन द्विवेदी, विनोद शर्मा, नेहा वैद्य, गीता भारद्वाज, अरुण चंद्र राय, कुलदीप बरतरिया एवं मानसी सिंह ने अपनी कविताएं पढ़ीं. मुख्य अतिथि एसके द्विवेदी थे. शुरुआत नेहा वैद्य की सरस्वती वंदना से हुई. कुलदीप बरतरिया ने मां पर एक बेहतरीन कविता और मुक्तक सुनाकर वाहवाही लूटी. गीता भारद्वाज ने अपनी कविताओं से राष्ट्रवाद रंग बिखेरा तो पत्रकार-कवि विनोद शर्मा ने मानवीय संवेदनाओं को झकझोरती हुई कविताएं पढ़ीं. अरुण चंद्र राय ने ‘ताला’ पर कविता पढ़कर सभी का मन मोहा. कवयित्री नेहा वैद्य ने भी अपनी कविताओं से महफ़िल लूटी.
व्यंग्य कवि मोहन द्विवेदी ने कई रंग की रचनाएं प्रस्तुत की. उनकी रचना ‘ललुआ इंटर पास हो गया’ सबको खूब पसंद आयी. मानसी सिंह ने देशभक्ति रचनाओं के साथ व्यंग्य कविताएं भी पढ़ीं. संचालक विनोद पाण्डेय ने अपनी कविताओं से सबको खूब हंसाया. उनकी कविता ‘मंत्री जी आने वाले हैं, खूब सराही गई. अंत में अध्यक्षता कर रहे बाबा कानपुरी ने हास्य व्यंग्य कुंडलिया पढ़कर सबको लोटपोट करा दिया. मुख्य अतिथि एसके द्विवेदी ने कहा कि कविता समाज को जोड़ने का काम करती है इसलिए कवि सम्मेलनों का आयोजन आवश्यक है. उन्होंने ‘नई पहल’ को इस आयोजन के लिए बधाई दी. संयोजक जितेंद्र मिश्रा एवं विनोद शर्मा ने सभी का धन्यवाद ज्ञापन किया. कार्यक्रम में लोकेश त्रिपाठी, गिरीश मिश्रा, सुभाष पाण्डेय, मुकुल वाजपेयी, ममता शर्मा एवं समीर पाण्डेय जैसे कई गणमान्य लोग उपस्थित थे.