मंडलाः जिले के रामनगर में प्रतिवर्ष आयोजित होने वाले दो दिवसीय ‘आदि उत्सव’ का मुख्य आकर्षण ‘जनजातीय शोध एवं जनजातीय योगदान’ पर आधारित संगोष्ठी थी. इस संगोष्ठी में विभिन्न महाविद्यालयों एवं विश्वविद्यालयों के विद्वान उपस्थित हुए. संगोष्ठी में वक्ताओं ने आदिवासियों के धार्मिक, सामाजिक, आर्थिक तथा सांस्कृतिक पहलुओं पर विस्तार से जानकारी दी. साथ ही ऐतिहासिक पक्ष पर विस्तार से जानकारी देते हुए स्वतंत्रता संग्राम में आदिवासी जननायकों के कार्य, आंदोलन एवं शहादत पर प्रकाश डाला. विद्वानों ने आदिकाल से नारी शक्ति के उत्थान के लिए हुए जनजातीय आंदोलन, उनके सशक्तीकरण पर भी बात की. इसी प्रकार देशभर की वीरांगनाओं की परम्परा के बारे में बताया.
संगोष्ठी के दौरान केंद्रीय इस्पात एवं ग्रामीण विकास राज्यमंत्री फग्गन सिंह कुलस्ते, विधायक मंडला देवसिंह सैयाम, कलेक्टर डॉ. सलोनी सिडाना, एसपी रजत सकलेचा, पूर्व विधायक रामप्यारे कुलस्ते, सांसद प्रतिनिधि जयदत्त झा, जिला पंचायत सदस्य, स्थानीय जनप्रतिनिधि, सुधीर कसार एवं जनमानस उपस्थित रहे. जनजातीय संगोष्ठी के पश्चात ‘आदि उत्सव’ के दौरान पिछले दिनों में आयोजित हुईं विभिन्न खेल प्रतियोगिताओं के विजेताओं को मंच से अतिथियों ने सम्मानित किया. याद रहे कि इस दौरान कबड्डी, तीरंदाजी एवं बैडमिंटन प्रतियोगिताओं का आयोजन हुआ. इन प्रतियोगिताओं में अलग-अलग आयुवर्ग के खिलाड़ियों ने भाग लिया. विजेता एवं उप विजेताओं को ट्रॉफी देकर सम्मानित किया गया. आदि उत्सव के समापन के अवसर पर जेईई-विशिष्ट परीक्षा में सफल होने वाले जिले के प्रतिभावान विद्यार्थियों का भी अतिथियों ने सम्मान करते हुए उन्हें शुभकामनाएं दीं. अतिथियों ने संगोष्ठी में पहुंचे वक्ताओं का भी मंच से सम्मान किया. लोक कलाकारों के गुदुम नर्तक दल ने अपनी शान प्रस्तुति से उपस्थित जनों की तालियां बटोरी.