रायबरेलीः आचार्य महावीर प्रसाद द्विवेदी राष्ट्रीय स्मारक समिति की अमेरिका इकाई की ओर से आयोजित ऑनलाइन अंतर्राष्ट्रीय बाल कवि सम्मेलन में भारत और अमेरिका के 21 बाल कवियों ने श्रोताओं का दिल जीत लिया. कई बच्चों ने राष्ट्र कवि सोहनलाल द्विवेदी समेत कई स्वनामधन्य कवियों की कविताएं भी सुनाईं. मुख्य अतिथि कवयित्री सरिता शर्मा ने सभी बच्चों की हौसला अफजाई की. शुरुआत दीप प्रज्जवलन एवं अमेरिका में रह रहीं तृषा वर्मा द्वारा प्रस्तुत की गई सरस्वती वंदना से हुई. फिर नोएडा की वैभवी सिंह ने ‘भारत में रचा हुआ रंगों का संसार यहां, मेरा भारत हर पल रचता उन्नति का त्यौहार यहां’ सुनाया. पूजा यादव ने पढ़ा ‘मैं खुद से ज्यादा अपने वतन से प्यार करती हूं.’ शिकागो की अयाति ओझा ने राजेंद्र वर्मा द्वारा रचित ‘खनक उठी तलवार’ बहुत ही ओजपूर्ण ढंग से प्रस्तुत की. कैलिफोर्निया की तान्या ने ‘जिंदगी यूं ही रंग बदलती रहेगी, आज का बनाया कल खो जाएगा, आगे बढ़ते जाना विघ्नों से न घबराना’ सुनाया, तो बीकानेर की कुनिका कौशिक ने पढ़ा ‘मेरे सपनों के भारत में कोई नहीं भूखा होगा, बापू ने जो सपना देखा उसका रखेंगे सब मान’. राजस्थान के अर्चित सिंहवी ने ‘पानी को बचाना है, पृथ्वी को स्वस्थ बनाना है, पानी का सदुपयोग करो, धरती को स्वच्छ करो’ सुनाकर सभी का दिल जीत लिया.
श्रवण मिश्र ‘अज्ञात’ ने अपना परिचय रायबरेली के पहचान गीत से दिया. उन्होंने पढ़ा ‘हमारा देश ज्ञान-विज्ञान के उत्थान का पथ है, मगर मां बाप से बढ़कर न कोई मंदिर है न तीरथ है’. उन्नाव के रजत द्विवेदी ने भारतीय सेना के युद्ध कौशल तो छात्रा ओजस्वी यादव ने हिंदी की महिमा पर गीत सुनाया. कैलिफोर्निया की 12 वर्षीय तृषा वर्मा ने अपनी मां दीप्ती वर्मा द्वारा रचित ‘सैनिक की दोस्त को चिट्ठी’ सुनाया. न्यू जर्सी के 8 वर्षीय इशांक और कैलिफोर्निया के अर्जुन और भारत की आर्या तिवारी ने राष्ट्रकवि सोहनलाल द्विवेदी, वैभव त्रिपाठी ने अटल बिहारी वाजपेयी, हर्षित तिवारी ने कवि विनय महाजन की कविताएं प्रस्तुत कीं. 11 वर्ष के ओम तिवारी ने प्रकृति गीत पर्वत और समुद्र प्रस्तुत किया. लक्ष्मी तिवारी ने पढ़ा ‘विमल हिंद की विशाल किरणें प्रकाश तेरा बता रही हैं’. लास एंजेलिस अमेरिका से जुड़ीं 8 साल की आशना अग्रवाल और स्पेशल नीड किड शुभम ने पियानो बजा कर देशभक्ति गीत प्रस्तुत किया. भारत के नन्हें कथावाचक कृष्णमोहन को इंटरनेट की समस्या की वजह से सुना नहीं जा सका. अमेरिका इकाई की अध्यक्ष मंजु मिश्रा ने स्वागत किया, तो सदस्य ममता कांडपाल त्रिपाठी ने अमेरिकी इकाई के सफर पर प्रकाश डाला. रचना श्रीवास्तव ने संचालन और समिति के संयोजक गौरव अवस्थी ने आभार व्यक्त किया. कार्यक्रम में भारत इकाई के अध्यक्ष विनोद शुक्ला, शकुंतला बहादुर, डॉ जगदीश व्योम, वत्सला पांडेय, पुष्पा राजगोपाल, डॉ नीलम सिंह, संगीता द्विवेदी आदि उपस्थित रहीं.