धनबादः अंतरराष्ट्रीय साहित्य कला संस्कृति न्यास साहित्योदय द्वारा जन रामायण अखंड काव्यार्चन ने एक विश्व कीर्तिमान स्थापित किया है. साहित्योदय के तहत लगभग 27 घंटे तक अखंड काव्यार्चन में विश्व के ढाई सौ से अधिक रचनाकार प्रभु श्री राम पर अपनी मौलिक कविताओं का ऑनलाइन पाठ किया. अखंड काव्यार्चन का उद्घाटन महर्षि वाल्मीकि के आश्रम से प्रख्यात गीतकार डॉ बुद्धिनाथ मिश्र ने किया. उन्होंने राम पर सुंदर गीत गाए और साहित्योदय के इस प्रकल्प की सराहना करते हुए कहा कि यह एक इतिहास बनने जा रहा है, जिसके लिए संयोजक पंकज प्रियम का नाम स्वर्णिम अक्षरों में लिखा जाएगा. कार्यक्रम के संयोजक और साहित्योदय के संस्थापक प्रियम ने बताया कि सभी के प्रयास से यह सम्मान हासिल हुआ है. धनबाद के 6 लोग शामिल हुए. अखंड काव्यार्चन का संचालन 26 सुप्रसिद्ध एंकरों ने किया. इस आयोजन को गोल्डन बुक आफ वर्ल्ड रिकार्ड ने दर्ज किया.
वरिष्ठ हास्य कवि सुरेंद्र शर्मा ने साहित्योदय की प्रशंसा करते हुए इसे एक ऐतिहासिक क्षण बताया और कहा कि राम को समझने के लिए इसी तरह के समर्पण और मर्यादा का पालन करना होगा. कवि बेबाक जौनपुरी ने अपनी महानंद रामायण दोहावली का पाठ किया और साहित्योदय को साहित्य सूर्य बताया. नैनीताल की कवयित्री आशा शैली काव्यपाठ करते हुए रो पड़ीं और कहा कि इस आयोजन से जुड़कर उनका जीवन धन्य हो गया. याद रहे कि भगवान श्रीराम पर मौलिक काव्य पाठ का यह पहला और अनूठा आयोजन रहा. आयोजक प्रियम के अनुसार इस आयोजन का उद्देश्य जन-जन तक भगवान श्री राम के आदर्शों की स्थापना करना और लोगों में जन जागरण लाना था. इसके लिए जन रामायण नामक एक साझा महाग्रंथ का भी प्रकाशित किया जा रहा है. जिसमें दुनिया के 111 रचनाकार रामायण के अलग-अलग प्रसंगों पर मौलिक सृजन कर रहे हैं. इस ग्रंथ का लोकार्पण अयोध्या में किया जाएगा.