नई दिल्लीः साहित्य अकादमी ने प्रतिष्ठित अकादमी पुरस्कारों की घोषणा के लिए 5 दिसंबर दिन बुधवार को सायं साढ़े तीन बजे अकादमी सभागार में पत्रकारवार्ता का आयोजन किया है. अकादमी के सचिव के श्रीनिवासराव के मुताबिक साहित्य अकादमी प्रत्येक वर्ष मान्यताप्राप्त 24 भारतीय भाषाओं की श्रेष्ठ कृतियों के लिए पुरस्कारों की घोषणा करती है, जिसमें एक ताम्रपत्र के साथ नक़द राशि दी जाती है. नक़द राशि इस समय एक लाख रुपए है. साल 2018 के साहित्य अकादमी पुरस्कार इसी दिन अकादमी के कार्यकारी मंडल द्वारा अनुमोदित किए जाएंगे. इस पत्रकार वार्ता में विजेताओं की घोषणा के साथ ही पुरस्कृत पुस्तकें भी प्रदर्शित की जाएंगी.
याद रहे कि सन् 1954 में अपनी स्थापना के समय से ही साहित्य अकादमी प्रतिवर्ष अपने द्वारा मान्यता प्रदत्त भारत की प्रमुख भाषाओं में से प्रत्येक में प्रकाशित सर्वोत्कृष्ट साहित्यिक कृति को पुरस्कार प्रदान करती है. साहित्य और लेखन जगत में इन पुरस्कारों की मान्यता राष्ट्रीय पुरस्कारों के बराबर है और बौद्धिक जगत में इसकी पूरे साल आतुरता से प्रतीक्षा रहती है. पुरस्कार की स्थापना के समय पुरस्कार राशि केवल 5,000/- रुपए थी, जो सन् 1983 में बढ़ाकर 10,000/- रुपए कर दी गई, फिर सन् 1988 में बढ़ाकर इसे 25,000/- रुपए कर दिया गया. सन् 2001 से यह राशि 40,000/- रुपए की गई थी. सन् 2003 से यह राशि 50,000/- रुपए की गई तथा सन् 2010 से यह राशि 1,00,000/- रुपए कर दी गई है. पहली बार ये पुरस्कार सन् 1955 में दिए गए थे. इस पुरस्कार के अलावा साहित्य अकादमी द्वारा हर साल अनुवाद पुरस्कार, बाल साहित्य पुरस्कार एवं युवा लेखन पुरस्कार भी प्रतिवर्ष विभिन्न भारतीय भाषाओं में दिए जाते हैं, इन तीनों पुरस्कारों के अंतर्गत सम्मान राशि पचास हजार नीयत है.