नई दिल्ली: “हिंदी हमारे राष्ट्रीय गौरव का प्रतीक है और सरकारी कार्यों में इसके व्यापक उपयोग से हम अपनी संस्कृति और विरासत के प्रति आदर व्यक्त करते हैं. हम हमारे मंत्रालय में हिंदी के प्रोत्साहन के लिए हम निरंतर प्रयासरत हैं और हमारा उद्देश्य है कि यह भाषा हमारे सभी संचार का अभिन्न अंग बने.” यह बात पत्तन, पोत परिवहन और जलमार्ग मंत्रालय के सचिव टीके रामचंद्रन ने मंत्रालय के हिंदी विभाग द्वारा हिंदी पखवाड़ा 2024 पुरस्कार समारोह के दौरान कही. इस दौरान 45 प्रतिभागियों को प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया. इसके अलावा प्रतिभागियों द्वारा लिखी गई कविताओं की किताब ‘नवांकुर-रचनाओं के सागर‘ का विमोचन भी हुआ. इस अवसर पर मंत्रालय के अधिकारियों और कर्मचारियों ने सक्रिय रूप से भाग लिया.
पत्तन, पोत परिवहन और जलमार्ग मंत्रालय के हिंदी विभाग द्वारा हिंदी पखवाड़ा 2024 के अंतर्गत विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन किया गया, जिनमें अनुवाद एवं राजभाषा ज्ञान प्रतियोगिता, हिंदी भाषा ज्ञान परीक्षा, आशु भाषण, कविता पाठ और टिप्पण आलेखन जैसी गतिविधियां शामिल थीं. इन कार्यक्रमों का उद्देश्य कर्मचारियों में हिंदी के प्रति रुचि और जागरूकता को बढ़ाना था, साथ ही उन्हें राजभाषा के रूप में हिंदी के महत्व को समझने और उसके प्रचार-प्रसार में योगदान देने के लिए प्रेरित करना था. इन आयोजनों में मंत्रालय के अधिकारियों और कर्मचारियों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया और अपनी हिंदी भाषा कौशल का प्रदर्शन किया. मंत्रालय द्वारा हिंदी भाषा में कार्य करने वाले विभागों को भी प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया. मंत्रालय, हिंदी के उपयोग को बढ़ावा देने और सरकारी संचार को व्यापक रूप से जनसामान्य तक पहुंचाने के लिए सदैव प्रतिबद्ध है. हिंदी पखवाड़ा जैसे कार्यक्रमों के माध्यम से मंत्रालय न केवल हिंदी के प्रति जागरूकता को बढ़ावा देता है बल्कि राष्ट्रीय एकता और विभिन्न भाषाई पृष्ठभूमियों के बीच समरसता को भी सुदृढ़ करता है.