नई दिल्लीः आज हिंदी दिवस है और इंटरनेट और मोबाइल पर हिंदी दिवस के शुभकामना संदेशों का तांता लगा है. क्या आम, क्या खास हर कोई हिंदी दिवस पर हिंदी में बात करने और हिंदी लिखने,बोलने की बात कर रहा है. कुछ लोग हिंदी को बढ़ावा देने के लिए हिंदीभाषियों से कोई भी एक दूसरी भारतीय भाषा सीखने के लिए भी प्रोत्साहित कर रहे हैं. 14 सितंबर ,1949 को संविधान सभा में एक मत से हिंदी को राजभाषा घोषित किया गया था. देश के पहले प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू की इच्छा थी कि हर साल इस तिथि यानी 14 सितंबर को हिंदी दिवस के रूप में मनाया जाये. फिर भी पहला हिंदी दिवस 14 सितंबर, 1953 को मनाया जा सका. हिंदी भाषा की खास बात यह है कि इसमें जिस शब्द को जिस प्रकार से उच्चारित किया जाता है, देवनागरी लिपि में उसे लिखा भी उसी प्रकार जाता है. आज देश के 77% लोग हिंदी को किसी न किसी रूप में अपनाए हुए हैं, चाहे वह लिखना, पढ़ना, बोलना या समझना ही क्यों न हो.
यही वजह है कि अहिंदी भाषी उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू ने भी ट्वीट कर बधाई संदेश दिया. उन्होंने लिखा, "हिंदी दिवस के अवसर पर देशवासियों को शुभकामनाएं. भाषा भाव की वाहक है. हमारी भाषाएं हमारी भावनात्मक एकता का प्रतीक हैं. सभी भारतीय भाषाओं के साथ हिंदी को जीवनचर्या में अपनाएं, उसे समृद्ध बनाएं. हिंदी और भारतीय भाषाओं में संवाद को प्रोत्साहित करें. केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने ट्विटर हैंडल पर अपना नाम अंग्रेजी से हिंदी में लिखा. फिर उन्होंने ट्वीट किया, "हिंदी दिवस पर हिंदी प्रेमियों एवं हिंदी सेवियों को हार्दिक शुभकामनायें. भाषा देश की सांस्कृतिक धरोहर के साथ राष्ट्रीय स्वाभिमान की भी अभिव्यक्ति होती है. हिंदी दिवस पर हम हिंदी समेत सभी भारतीय भाषाओं के प्रचार-प्रसार के लिए अपना योगदान देने का संकल्प करें. इससे भारत मज़बूत होगा."
कांग्रेस ने अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल से लिखा, "हिंदी बेहद समृद्ध भाषा है और खुद को अभिव्यक्त करने का खूबसूरत माध्यम भी है. उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र रावत ने ट्वीट किया, 'हिंदी मात्र एक भाषा नहीं, हमारी संस्कृति का अभिन्न हिस्सा है. राष्ट्रभाषा हिंदी पढ़ने, बोलने में गर्व महसूस करें." राजस्थान की मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने कहा, "हिंदी भाषा हमारे राष्ट्र का गौरव है." केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने ट्वीट करते हुए लिखा, "हिंदी भाषा ही नहीं भावों की अभिव्यक्ति है, सदियों से हर भारतीय के शब्दों की शक्ति है." हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने ट्वीट ने कुछ यूं बधाई दी. लंबे समय से भारतीय भाषाओं के लिए काम कर रहे पत्रकार राहुलदेव ने ट्वीट किया कि हिंदी दिवस की सार्थकता तभी होगी जब हर दूसरी भारतीय भाषा को उसमें अपनी छवि, अपनी गरिमा और अपना विकास भी दिखेगा. जब तक केवल हिंदी वाले हिंदी की रस्मी, झूठी, आडम्बरी जय-जय करते रहेंगे तब तक नेपथ्य में हिंदी गिरती, दुबलाती रहेगी. इस छद्म ने दूसरी भाषाओं को हिंदी से दूर किया है.