यमुनानगर: हरियाणा साहित्य एवं संस्कृति अकादमी पंचकूला ने डा बी मदन मोहन की पुस्तक ‘कदम कदम किन्नौर‘ को श्रेष्ठ कृति पुरस्कार से नवाजा. ‘कदम कदम किन्नौर‘ एक यात्रा वृत्तांत है. इस पुस्तक में हिमाचल और उत्तराखंड के दुर्गम जनजातीय क्षेत्रों, जनजीवन, जीव-जन्तुओं, वनस्पति, इतिहास और भौगोलिक विशेषताओं के साथ सांस्कृतिक परम्पराओं एवं लोक जीवन की अनूठी विरासत को उकेरा गया है. डा बी मदन मोहन विगत 40 वर्षों से इन इलाकों में पैदल यात्रा करते रहे हैं. उनके व्यापक यात्रा-अनुभवों की यथार्थ अभिव्यक्ति ही ‘कदम कदम किन्नौर‘ में हुई है.
यह पुस्तक एक प्रकृति प्रेमी की गहन और अनोखी खोज का परिणाम है. के विभिन्न उज्ज्वल रूपों- इठलाती नदियों, चहकते पंछियों, गुनगुनाते झरनों तथा झूमती वन-सम्पदा के बड़े ही आकर्षक और मौलिक शब्द-चित्र इस पुस्तक की विशेषता है. डा बी मदन मोहन ने 35 वर्षों तक अध्यापन कार्य किया व सामाजिक-सांस्कृतिक क्षेत्र में विशिष्ट योगदान दिया है. उनकी कविता, बालकाव्य, आलोचना और यात्रा वृत्तांत की आठ पुस्तकें प्रकाशित हो चुकी हैं. राष्ट्रीय पुस्तक न्यास भारत दवारा प्रकाशित उनकी पुस्तक ‘गैस गुब्बारा‘ के अब तक दस से भी अधिक संस्करण प्रकाशित हो चुके हैं.