नई दिल्लीः भाजपा सांसद डा भीम सिंह द्वारा लिखित पुस्तक ‘भारत के 75 महान क्रांतिकारी’ का विमोचन राज्यसभा के उपसभापति हरिवंश ने किया. राजधानी के कांस्टिट्यूशन क्लब में जानेमाने लेखक, संपादक और पत्रकार रहे हरिवंश ने राज्यसभा सदस्य भीम सिंह की पुस्तक के विमोचन अवसर पर कहा कि इस पुस्तक में भारतीय स्वतंत्रता संघर्ष में क्रांतिकारियों के देश प्रेम तथा देश के लिए उनके संघर्ष व बलिदान को बड़े विस्तार से रेखांकित किया किया गया है. हरिवंश ने डा भीम सिंह को इस बात के लिए प्रशंसा की कि उन्होंने भारतीय धरा के भूलेबिसरे नायकों पर लेखनी उठाई. हरिवंश ने इस बात के लिए खेद प्रकट किया कि स्वतंत्रता संघर्ष के क्रांतिकारी आंदोलन के पक्ष को कम करके आंका गया है. उन्होंने प्रधानमंत्री की प्रशंसा कि वे इतिहास के गुमनाम पक्ष को उजागर करने के लिए जी-तोड़ प्रयास कर रहे हैं.
लेखक भीम सिंह ने अपने लेखकीय वक्तव्य में इस पुस्तक की पृष्ठभूमि पर प्रकाश डाला. उन्होंने कहा कि युवा अवस्था से ही वे क्रांतिकारियों के जीवन से प्रेरित होते रहे हैं. यही वजह है कि जैसे ही उन्हें अवसर मिला आजादी के 75वें साल में क्रांतिकारियों के प्रति श्रद्धांजलि स्वरूप उन्होंने इस पुस्तक की रचना की है. इसके लेखन के लिए उन्होंने सैकड़ों पुस्तकों और दस्तावेजों का लगभग दो वर्षों तक अध्ययन किया है. इन 75 क्रांतिकारियों में कई ऐसे क्रांतिकारी भी हैं जिन्हें आज लोग लगभग चुके हैं पर उनका संघर्ष व योगदान प्रसिद्ध क्रांतिकारियों से कहीं से भी कम नहीं था. उदाहरण स्वरूप टाटिया भील, मास्टर दा सूर्यसेन, प्रीतिलता वाडेदार, पंडित परमानन्द झांसी, ज्योतिन्द्रनाथ मुखर्जी, वांची अय्यर, कन्हरे, सराभा, रानी गाईदिनल्यू आदि के नाम लिए जा सकते हैं. इस कार्यक्रम में बड़ी संख्या में पुस्तक प्रेमी मौजूद थे.