नई दिल्ली: “सेवा हमारी संस्कृति का हिस्सा है. एक-दूसरे की मदद करना हमारे पालन-पोषण में अंतर्निहित है. ये मूल्य आपको चुनौतियों से निपटने और एक विकसित भारत के निर्माण में सहायता करेंगे.” केंद्रीय युवा कार्यक्रम एवं खेल तथा श्रम और रोजगार मंत्री डा मनसुख मांडविया ने राजधानी में आयोजित एक विशेष संवादात्मक सत्र में 500 युवा स्वयंसेवकों के एक जीवंत समूह के साथ बातचीत में यह बात कही. स्वतंत्रता दिवस समारोह में देश भर से युवा स्वयंसेवकों, 400 राष्ट्रीय सेवा योजना के स्वयंसेवकों और 100 ‘माई भारत‘ के स्वयंसेवकों को विशेष अतिथि के रूप में आमंत्रित किया गया है. स्वयंसेवकों की युवा ऊर्जा एवं प्रतिबद्धता की प्रशंसा करते हुए डा मांडविया ने कहा, “हमारे युवा स्वयंसेवक परिवर्तन एवं प्रगति के सच्चे अग्रदूत हैं. राष्ट्र निर्माण के प्रति उनका उत्साह और समर्पण प्रेरणादायक है.” उन्होंने सामुदायिक सेवा और राष्ट्रीय विकास में युवाओं की भागीदारी के महत्त्व पर प्रकाश डाला और स्वयंसेवकों को समाज सेवा की भावना से विभिन्न क्षेत्रों में अपने प्रयास जारी रखने के लिए प्रोत्साहित किया. मंत्री ने इस बात पर जोर दिया कि 2047 तक भारत को एक विकसित देश में बदलने के प्रधानमंत्री के सपने को साकार करने में उनका योगदान बेहद महत्त्वपूर्ण है.

युवाओं की क्षमता को स्वीकार करते हुए डा मांडविया ने कहा, “मैं आप सभी में अपार संभावनाएं देखता हूं. पिछले एक दशक में सरकार ने युवाओं के लिए विभिन्न क्षेत्रों में उत्कृष्टता हासिल करने के कई अवसर सृजित किए हैंचाहे मुद्रा योजना व स्टार्ट-अप इंडिया जैसी पहल के माध्यम से उद्यमशीलता एवं नवाचार को बढ़ावा देना हो या खेलो इंडिया कार्यक्रम के जरिए खेलों से जुड़ी प्रतिभाओं को निखारना हो.” मंत्री ने युवाओं से राष्ट्रीय युद्ध स्मारकप्रधानमंत्री संग्रहालयकर्तव्य पथ जैसे नई दिल्ली के प्रमुख स्थलों तथा अन्य महत्वपूर्ण स्मारकों का दौरा करने का आग्रह किया. केंद्रीय युवा कार्यक्रम एवं खेल राज्यमंत्री रक्षा खडसे ने इन विशेष अतिथियों की उनके प्रभावशाली कार्यों के लिए सराहना कीजिसमें ‘मेरी माटीमेरा देश‘ अभियानअमृत वाटिका के निर्माण और वृक्षारोपण अभियानरक्तदान शिविर एवं सड़क सुरक्षा जागरूकता जैसी विभिन्न समुदाय-केन्द्रित पहलों में उनकी भागीदारी शामिल है. इस कार्यक्रम का मुख्य आकर्षण केंद्रीय मंत्री और स्वयंसेवकों के बीच एक सार्थक संवाद थाजिसमें केंद्रीय मंत्री ने युवाओं को सशक्त बनाने और स्वयंसेवक की संस्कृति को बढ़ावा देने के उद्देश्य से शुरू की गई सरकार की विभिन्न पहलों के बारे में जानकारी साझा की. जबकि स्वयंसेवकों ने अपने अनुभव एवं सीख से जुड़ी बातें साझा कीं और युवाओं के नेतृत्व वाले कार्यक्रमों के प्रभाव को बढ़ाने तथा माई भारत पोर्टल को और अधिक मजबूत बनाने हेतु बहुमूल्य सुझाव दिए.