पटना: स्थानीय बिहार संग्रहालय में आयोजितउदयोत्सवसमारोह में साहित्य की विविध विधाओं के प्रतिष्ठित लेखकों, रचनाकारों और लेखकों को सम्मानित किया गया. कार्यक्रम का आयोजन नई धारा पत्रिका के 75वें अमृतकाल वर्ष में हुआ, जिसमें प्रसिद्ध कथा लेखिका ममता कालिया नेसमकालीन चुनौतियां और साहित्यविषय पर व्याख्यान दिया. उन्होंने अपने व्याख्यान में समाज में हो रही तेजी और चुनौतियों के बीच साहित्य की भूमिका पर प्रकाश डाला और कहा कि साहित्य समाज के उन दबे-कुचले मुद्दों को सामने लाने का कार्य करता है, जो जीवन से चले जाते हैं, लेकिन साहित्य के पन्नों पर हमेशा जीवित रहते समारोह की अध्यक्षता संग्रहालय के महानिदेशक अंजनी कुमार सिंह ने की, जबकि संचालन डा शिवनारायण ने किया. इस उत्सव में उदयराज सिंह स्मृति सम्मान और नई धारा रचना सम्मान से साहित्य जगत की चार शख्सियतों को सम्मानित किया गया.

समारोह के दौरान लेखिका ममता कालिया कोउदयराज सिंह स्मृति सम्मान‘, जबकि अशोक कुमार सिन्हा, रामकिशोर उपाध्याय और अलका सिन्हा कोनई धारा रचना सम्मानसे सम्मानित किया गया. समारोह में बिहार की पहली और देश की पांचवी महिला आइपीएस मंजरी जारुहार से डा ध्रुव कुमार ने संवाद भी किया. बिहार की पहली महिला आईपीएस ने अपने सफल जीवन के कुछ यादगार लम्हों को उपस्थित लोगों के बीच साझा किया. अशोक कुमार सिन्हा ने कहा कि लेखन में उनकी रुचि स्कूली दिनों से थी, लेकिन वह कालेज जाने के बाद परवान चढ़ी. इस बीच वे अनेक कद्दावर लेखकों के संपर्क में रहे, जिसके कारण उन्होंने साहित्य की सभी विधाओं में लेखन किया. उनके अंदर एक अन्वेषी प्रवृत्ति है, जिसने उन्हें जीवनीकार बना दिया. समारोह में सभी सम्मानित व्यक्तियों ने अपने विचार साझा किए.