डा. राकेश राय, जागरण गोरखपुर : एक ऐसा शहर जिसने सबको अपना बनाया और सबके लिए अपना बन गया। जो भी यहां आया, यहीं का होकर रह गया। इस शहर ने हर समाज की संस्कृति को अपनाया, हर समाज को अपनी संस्कृति में भी रमाया। साहित्य, संस्कृति और अाध्यात्म के हर रंग से सराबोर है यह शहर। बाबा गोरक्ष के नाम पर बसा है यह नगर। नाम है गोरखपुर। इसमें जीवन के सभी रंग है भरपूर। जागरण संवादी में शहर के पुरातन व नवीनतम स्वरूप की नब्ज पहचानने वाले विविध क्षेत्र के विशेषज्ञों को जब ‘गोरखपुर सबरंग : शहर पर चर्चा’ विषय पर आयोजित सत्र के जरिये अपने विचार रखने का अवसर मिला तो उन्होंने शहर के विविध रंग को शहरवासियों के मन-मस्तिष्क पर उकेर कर रख दिया। सत्र संचालन करते हुए प्रो. हर्ष कुमार सिन्हा ने जैसे ही ‘शहरनामा गोरखपुर’ के संपादक डा. वेद प्रकाश पांडेय से शहर के प्रारूप पर चर्चा छेड़ी। उन्होंने अपने विशाल अनुभव से शहर के इतिहास और भूगोल दोनों को अपने शब्द शिल्प में समाहित कर लिया। बिना लाग-लपेट के विविध तर्कों के साथ गोरखपुर को देश का अनोखा शहर घोषित कर दिया। बोले, राप्ती और रोहिणी जैसी नदी के संगम पर बसा है शहर। रामगढ़ताल से इसकी खूबसूरती पर लगता है चार चांद। सुरक्षा की जिम्मेदारी संभालता है कुस्मही वन। इसका परिपार्श्व अत्यंत दुर्लभ है। पूरब में कुशीनगर, पश्चिम में मगहर, उत्तर में हिमालय, दक्षिण में पुण्यसलीला सरयू का सुंदर तट है। सोहगौरा का इतिहास सिंधुघाटी की सभ्यता के समकालीन है। रामग्राम का इतिहास साढ़े तीन हजार साल प्राचीन है। चर्चा की दिशा जब गोरखपुर के बदले स्वरूप की ओर बढ़ी तो संचालक प्रो. हर्ष ने इस पर विचार रखने के लिए पैनलिस्ट शोभित मोहन दास को आवाज दी। शोभित ने पुराने और नए शहर की संस्कृति की तुलना की। कहा कि यह शहर अलग-अलग मान्यताओं वाले सर्व समाज को लेकर आगे बढ़ा है। उसी की नींव पर विकास की सीढ़ी चढ़ा है। बदलाव की क्रेडिट मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को देते हुए शोभित ने शहर में चढ़ते औद्योगिक माहौल की चर्चा की। कहा, आधारिक संरचना और कानून व्यवस्था पर ध्यान देने का ही नतीजा है कि बीते पांच साल में शहर के जितने बहु सितारा होटल खुले, उतने बिहार और झारखंड मिलाकर भी नहीं बने। निवेश का ऐसा माहौल बना है कि गोरखपुर में अडानी और अंबानी भी अपनी औद्योगिक यूनिट लगाने के लिए लालायित हैं। इसी क्रम में शोभित ने शहर में समृद्ध अनाथाश्रम व वृद्धाश्रम बनाने की इच्छा जताई और लोगों के दिल में अपनी जगह बनाई।