भागलपुर: “साहित्य के बगैर मानव जीवन अधूरा है, सच्चे साहित्य से लगाव जरूरी है. इसलिए वर्तमान समय में युवाओं के बीच साहित्य के प्रति जागृति जगाना बहुत जरूरी है.” यह बात पूर्व कुलपति डाक्टर फारूक अली ने कही. वे प्रेमचंद शरत चंद्र स्मृति कमेटी द्वारा इंटर स्तरीय उर्दू बालिका उच्च विद्यालय आसानंदपुर में प्रेमचंद शरत चंद्र स्मृति प्रतियोगिता के शुभारंभ अवसर पर बोल रहे थे. कार्यक्रम की शुरुआत हिंदी और बांग्ला के इन महान कथाकारों प्रेमचंद और शरतचंद्र की तस्वीर पर पुष्पांजलि अर्पित कर हुई. डाक्टर फारूक के साथ पूर्व प्राचार्य डा गुरुदेव पोद्दार, डा उपेंद्र साह, मनोज पंडित, तापस घोष और तरुण घोष ने प्रतियोगिता का उद्घाटन किया.

इस प्रतियोगिता के विभिन्न वर्गों में 600 से अधिक प्रतिभागी विद्यार्थियों ने हिस्सा लिया. इसमें बाल वर्ग से लेकर स्नातकोत्तर के छात्र-छात्राएं शामिल हुए. प्रतियोगिता में प्रेमचंद एवं शरत चंद्र के जीवन साहित्य, आजादी आंदोलन, गणित, चित्रांकन, निबंध लेखन, एवं क्विज को शामिल किया गया था. निर्णायक मंडल में  प्रमुख रूप से डा दयानंद जायसवाल, छाया पांडे, इंद्राणी मुखर्जी, शैलेश कुमार, महेश कुमार, तारा कांत ठाकुर, शेखर मिश्रा, पम्मी जी, डा वसीम रजा, प्रकाश चौधरी, प्रदीप राजहंस, रीता कुमारी शामिल थे. प्रतियोगिता का संयोजन कपिल देव रंग ने किया और संचालन दीपक कुमार ने. इस मौके पर प्रणव कुमार, ज्योति कुमारी, प्रियंका कुमारी, शांतनु गांगुली, रवि कुमार सिंह आदि उपस्थित थे.