कोलकाताः लगता है 24वें कोलकाता अंतर्राष्ट्रीय फिल्म महोत्सव 'केआइएफएफ' में भाग लेने आधा बॉलीवुड बंगाल जा पहुंचा है. स्थानीय नेताजी इंडोर स्टेडियम में हुए उद्घाटन समारोह में बॉलीवुड स्टार अमिताभ बच्चन, जया बच्चन, शाहरुख खान, विश्वजीत चटर्जी, वहीदा रहमान, फिल्म निर्देशक महेश भट्ट, गौतम घोष और संजय दत्त जैसे कलाकारों की उपस्थिति तो यही बता रही है. इनके अलावा हीरोइन माधवी मुखर्जी, फिल्म निदेशक माजिद मजीदी, सावित्री चटर्जी, नंदिता दास, रंजीत मल्लिक भी मौजूद थे. अंतर्राष्ट्रीय फिल्मी हस्तियों में सिमोन बेकर, फिलीप नोयेस, जिल बिलकोक जैसे लोग शामिल हैं. इस बार इंटरनेशनल रेडियो स्टेशन सात दिनों तक चलने वाले इस फिल्मोत्सव की लाइव कवरेज कर रहा है ताकि केआइएफएफ को अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर अधिक प्रचार मिल सके. प्रभा खेतान फाउंडेशन से जुड़े चर्चित संस्कृतिकर्मी और लेखक संदीप भूतोड़िया का कहना है कि इसमें कोई दो राय नहीं कि आज केआइएफएफ सबसे चर्चित फिल्म फेस्टिवल के रूप में स्थापित हो चुका है. मुख्यमंत्री का निजी तौर पर मौजूद रहना और देश के सर्वोच्च कलाकारों का इसमें भाग लेना साल दर साल इसके महत्त्व को प्रमाणित करने के लिए काफी है.
इस साल केआईएफएफ का उद्घाटन 19 वीं सदी में भारत में रहनेवाले पुर्तगाली वंश के प्रख्यात बंगाली लोक कवि के जीवन को दर्शाने वाली 'एंटोनी फिरिंगी' से हुआ. लगभग सभी वक्ताओं ने बंगला फिल्मों के सौ साल के गौरवमयी योगदान की बात कही. कोलकाता अंतर्राष्ट्रीय फिल्म महोत्सव में इस बार 70 देशों की 171 फीचर फिल्में, 150 शॉर्ट व डॉक्यूमेंट्री फिल्में दिखाई जा रही हैं. इस दौरान 25 देशों की 70 फिल्मी हस्तियां और भारत की 50 फिल्मी हस्तियां शामिल होंगी. फिल्म-प्रेमियों का मनोरंजन करने के लिए ऑस्ट्रेलिया के नामी कॉमेडियन कलाकार क्रेन जॉन मौजूद रहेंगे. नंदन, 1-2, शिशिर मंच, नजरुल तीर्थ के अलावा कुल 16 थियेटरों में फिल्में प्रदर्शित की जा रही हैं. फिल्म-प्रेमियों की रुचि के लिए केआइएफएफ में एक फोटोग्राफी प्रतियोगिता का आयोजन भी किया गया है. जिसमें फिल्मोत्सव की सबसे अच्छी फोटो खींचने वाले को पुरस्कार देकर सम्मानित किया जाएगा. नेताजी इंडोर स्टेडियम में अलग-अलग श्रेणी के हिसाब से अलग-अलग प्रवेश द्वार व ब्लॉक बनाए गए हैं. अलग प्रवेश द्वार, स्टेडियम में अंदर व बाहर बड़े-बड़े स्क्रीन की भी व्यवस्था है.
बांग्ला सिनेमा व ऑस्ट्रेलियन सिनेमा के 100 साल पूरे होने के उपलक्ष्य में नंदन में बड़ी प्रदर्शनी का आयोजन किया गया है. इसमें फिल्मी पोस्टरों के साथ, फिल्म संबंधी जानकारियां से जुड़े चित्र लगाए गए हैं. थियेटर में 14 बेहतरीन बंगला फिल्मों का प्रदर्शन भी हो रहा है. कोलकाता इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल की शुरुआत 1995 में हुई थी. बांग्ला सिनेमा के जनक कहे जानेवाले सत्यजीत रे, रित्विक घटक और मृणाल सेन की प्रेरणा से ही फिल्म सोसाइटी आंदोलन को गति मिली. ममता बैनर्जी ने इससे बॉलीवुड भारी भरकम नामों को जोड़ कर कोलकाता फिल्म फेस्टिवल अंतर्राष्ट्रीय स्तर तक पहुंचाने में बड़ी भूमिका निभाई है.