रायपुर: हिंदी पखवाड़े में स्थानीय वक्ता मंच द्वारा शासकीय जिला ग्रंथालय में एक समारोह आयोजित हुआ, जिसमें हिंदी साहित्य सृजन एवं हिंदी के प्रचार से जुड़े 100 व्यक्तियों को ‘हिंदी सेवा सम्मान’ से अलंकृत किया गया. इस अवसर पर राजधानी रायपुर में प्रदेश स्तरीय हिंदी भवन के निर्माण की भी मांग की गई. वक्ता मंच के अध्यक्ष राजेश पराते के अनुसार शीघ्र ही हिंदी प्रेमियों का एक प्रतिनिधिमंडल मुख्यमंत्री से भेंट कर इस मांग को रखेगा. वक्ता मंच के इस आयोजन में रायपुर, धमतरी, दुर्ग, राजनांदगाव, बलौदाबाजार सहित अन्य जनपदों के साहित्यकारों ने भी हिस्सा लिया. इस अवसर पर हिंदी रचना पाठ के तहत कविता, लघु कथा, व्यंग्य, गीत आदि विधाओं में देर शाम तक रचनाएं पढ़ी गईं. मुख्य अतिथि के रूप में छत्तीसगढ़ राज्य विद्युत नियामक आयोग के निदेशक कमलेश दिल्लीवार उपस्थित थे. अध्यक्षता साहित्यकार शोभा देवी शर्मा ने की. विशेष अतिथि डा सत्यजीत साहू, राजकुमार धर द्विवेदी, यातायात प्रशिक्षक टीके भोई, आचार्य अमरनाथ त्यागी एवं लेखाधिकारी जीएल धीवर थे. संचालन वक्ता मंच के संयोजक शुभम साहू द्वारा किया गया.

इस अवसर पर अतिथियों ने कहा कि हिंदी हमारे देश की स्वतंत्रता आंदोलन की भाषा है. हिंदी के माध्यम से ही देश को एक संपर्क सूत्र में बांधा गया है. देश की समस्त भारतीय भाषाओं एवं 30000 से अधिक बोलियों की आत्मा हिंदी भाषा में अभिव्यक्त होती है. हिंदी भाषा का साहित्य अत्यधिक समृद्ध है. हिंदी का आधुनिक साहित्य मानवीय संवेदनाओं को सशक्त रूप से आगे बढ़ाता है. मानवीय मूल्यों, मनुष्य की पीड़ा, जीवन के अंतर्विरोध एवं भावों को प्रमुखता देते हुए हिंदी साहित्य विश्व साहित्य में अपनी विशिष्ट छाप छोड़ता है. अतिथियों ने कहा कि वैश्वीकरण के इस दौर में अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर हिंदी को स्थापित करने की प्रचुर संभावनाएं है. कवि कुमार जगदलवी सहित अनेक हिंदी प्रेमियों ने जिला ग्रंथालय हेतु बड़ी संख्या में पुस्तकों को दान देने की घोषणा भी की. इस अवसर पर संजीव ठाकुर, डा उदयभान सिंह चौहान, राजा राम रसिक, बिपिन दुबे, शकुंतला तरार, रिक्की बिंदास, डा कमल वर्मा, बाल कवि अपूर्व तिवारी, डा गोपा शर्मा, प्रगति पराते, हेमलाल पटेल, दुष्यंत साहू, ज्योति शुक्ला, मोहित कुमार शर्मा, सुप्रिया शर्मा, आरव शुक्ला, डा कोमल प्रसाद राठौर, प्रो. सुनीता चन्सोरिया, माधुरी शुक्ला, राजेंद्र ओझा, प्रमदा ठाकुर, चंद्रकला त्रिपाठी सहित बड़ी संख्या में साहित्यकार उपस्थित थे. कार्यक्रम एक आकर्षण शाउमा शाला बड़ी करेली धमतरी के शिक्षक कवि जितेंद्र सुकुमार ‘साहिर’ के मार्गदर्शन में बाल कवियों की प्रस्तुति रही. मंच के उपाध्यक्ष दुष्यंत साहू ने आभार ज्ञापित किया.