नई दिल्लीः शिवसेना सांसद श्रीरंग अप्पा बरणे ने संसद में हिंदी को लेकर एक नई बहस की शुरुआत करते हुए केंद्र सरकार से आग्रह किया कि केंद्रीय मंत्रालयों में हिंदी भाषा के ज्यादा से ज्यादा उपयोग के लिए निर्देश जारी किया जाए. वर्तमान बजट सत्र के दौरान उन्होंने लोकसभा में शून्यकाल के दौरान यह मांग उठाई. बरणे ने कहा कि आज केंद्र सरकार के अधिकतर अधिकारी अंग्रेजी में काम करते हैं, जबकि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह हिंदी में अपनी बात रखते हैं. उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार को मंत्रालयों को निर्देश देना चाहिए कि ज्यादा से ज्यादा हिंदी का उपयोग किया जाए.
बहस में हिस्सा लेते हुए कांग्रेस सांसद रवनीत सिंह बिट्टू ने कहा कि कोविड महामारी से पहले हजारों भारतीय बच्चे चीन में मेडिकल की पढ़ाई कर रहे थे जो कोविड के कारण आज घर बैठे हुए हैं. उन्होंने कहा कि ऐप पर पढ़ाई होती थी, लेकिन चीन के साथ जो हालात बने उनमें कई ऐप को प्रतिबंधित कर दिया गया और आज बच्चों की पढ़ाई नहीं हो पा रही है. उन्होंने कहा, “मेरा आग्रह है कि चीन पढ़ाई करने गए बच्चों की यहां पर पढ़ाई का प्रबंध करना चाहिए.” कांग्रेस के मणिकम टैगोर ने कहा कि श्रीलंका में आर्थिक संकट को देखते हुए भारत सरकार को तमिल लोगों की मदद करनी चाहिए. भाजपा सांसद भगीरथ चौधरी ने सरकार से अजमेर स्थित तीर्थस्थल पुष्कर का विकास कराने का आग्रह किया.