नई दिल्ली: “बौद्ध धर्म जीवन जीने का एक तरीका है. महात्मा बुद्ध की शिक्षाओं में शांति और त्याग का संदेश है.” भारतीय फुटबाल टीम के पूर्व कप्तान बाइचुंग भूटिया ने यह बात अंतर्राष्ट्रीय बौद्ध परिसंघ और विवेकानंद अंतर्राष्ट्रीय फाउंडेशन द्वारा संयुक्त रूप से आयोजित अंतर्राष्ट्रीय बौद्ध मीडिया सम्मेलन में कही. भूटिया ‘संघर्ष निवारण और सतत विकास के लिए सजग संचार‘ विषय पर आधारित सम्मेलन में मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित थे. विवेकानंद अंतर्राष्ट्रीय फाउंडेशन के चेयरमैन गुरुमूर्ति, निदेशक डा अरविंद गुप्ता, अंतर्राष्ट्रीय बौद्ध परिसंघ के महासचिव वेन जंगचुक चोडेन द्वारा दीप प्रज्वलित करने के साथ कार्यक्रम की शुरुआत हुई. इस अवसर पर तीन बार के ग्रैमी पुरस्कार विजेता रिकी केज भी मौजूद थे. भूटिया ने जोर देकर कहा कि शांति और भाईचारा सुनिश्चित करने में बौद्ध धर्म की प्रमुख भूमिका है और दुनिया भर में बौद्ध धर्म के संदेश को फैलाने में मीडिया की महत्त्वपूर्ण भूमिका होगी. विवेकानंद अंतर्राष्ट्रीय फाउंडेशन के निदेशक डा अरविंद गुप्ता ने बताया कि सभ्यतागत मूल्यों को बहाल करने के लिए विचार करना और कदम उठाना महत्त्वपूर्ण है. पिछले कुछ वर्षों में हिंदू और बौद्ध विद्वानों को इन मुद्दों पर चर्चा करने का अवसर मिला है. यह जरूरी है कि बौद्ध धर्म के नैतिक आचरण और ज्ञानोदय के विचार को संतुलित और नैतिक रिपोर्टिंग के लिए मीडिया द्वारा अपनाया जाए.
अंतर्राष्ट्रीय बौद्ध परिसंघ महासचिव शार्त्से खेंसुर रिनपोछे जंगचुप चोएडेन ने विश्व से सत्य, करुणा और परोपकार को अपनाने का आह्वान किया, जो बुद्ध की शिक्षाओं के प्रमुख गुण हैं. उन्होंने कहा कि ऐसे समय में जब लालच और संघर्ष बढ़ रहे हैं, बुद्ध के मार्गदर्शन की अत्यंत आवश्यकता है. विवेकानंद अंतर्राष्ट्रीय फाउंडेशन के अध्यक्ष गुरुमूर्ति ने कहा कि पिछले कुछ सौ वर्षों में दुनिया को बहुत नुकसान हुआ है, वहीं भारत ने सबसे महान दार्शनिक परंपराओं को जन्म दिया. उन्होंने कहा कि आधुनिक संचार के लिए इन विचारों की प्रासंगिकता काफी ज्यादा है. मीडिया से बातचीत करते हुए अंतर्राष्ट्रीय बौद्ध परिसंघ के महानिदेशक अभिजीत हलदर ने बताया कि हम अपना अगला सम्मेलन बड़े स्तर पर आयोजित करेंगे. उन्होंने कहा कि संघर्ष से बचने और सतत विकास के क्षेत्र में बुद्ध की शिक्षाओं को दुनिया द्वारा आत्मसात करने का यह सही समय है. यह वास्तविकता है कि भारत बुद्ध की भूमि है और हम सभी के लिए एक आकर्षण है.