रायपुर: राज्य में साहित्य के उन्नयन एवं विकास हेतु सतत प्रयत्नशील ‘संकेत साहित्य समिति‘ ने अपने 44वें स्थापना दिवस पर एक समारोह आयोजित किया. श्री लोहाणा महापरिषद एवं श्री लोहाणा महाजन रायपुर के सहयोग से आयोजित इस कार्यक्रम में हरीश कोटक के कविता संग्रह ‘विरासत‘ का विमोचन और कविता-गोष्ठी हुई. कार्यक्रम के मुख्य अतिथि डा चितरंजन कर थे. अध्यक्ष की आसंदी पर गिरीश पंकजप्रमुख वक्ता डा माणिक विश्वकर्मा ‘नवरंग‘ तथा विशेष अतिथि के रूप में अब्दुस्सलाम कौसर सुखनवरकिशन भाई मिराणी और प्रकाश भाई दावड़ा मंचासीन रहे. आरंभ में मां सरस्वती की तस्वीर के समक्ष दीप प्रज्वलनपूजा वंदन एवं अतिथियों का सम्मान हुआ. तत्पश्चात हरीश कोटक के कविता संग्रह का अतिथियों ने विमोचन किया. हरीश कोटक ने अपनी कुछ प्रमुख रचनाएं प्रस्तुत कीं तथा इस काव्य-यात्रा के प्रेरक प्रसंगों को साझा किया. उन्होंने कहा कि हर घर में एक कोना साहित्य के लिए होना चाहिए. सुखनवर ने कहा कि कवि ने बड़ी खूबसूरती से जीवन के विभिन्न पहलुओं को चित्रित किया है. प्रकाश भाई दावड़ा ने कोटक के सामाजिक प्रयासों की सराहना की. शायर अब्दुस्सलाम कौसर ने कहा कि कोटक की कविताओं में आम आदमी का दिल धड़कता हुआ महसूस होता है.

डा माणिक विश्वकर्मा ‘नवरंग‘ ने कोटक के व्यक्तित्व एवं कृतित्व पर प्रकाश डालते हुए कहा कि हरीश कोटक की कविताओं में जीवन के महत्त्वपूर्ण क्षणों की संश्लिष्ट सर्जना शामिल है. अध्यक्षता कर रहे गिरीश पंकज ने कहा कि कोटक की रचनाओं में निहित भावपक्ष बेहद प्रभावशाली है. मुख्य अतिथि डा चितरंजन कर ने कहा कि हरीश कोटक की रचनाओं में भाषा की सरलता एवं अद्भुत संप्रेषणीयता दिखाई देती है. दो सत्र में संपन्न हुए कार्यक्रम के प्रथम सत्र विमोचन का संचालन शशि वरवंडकर ने किया तो आभार प्रदर्शन हितेश रायचुरा ने एवं दूसरे सत्र कविता-गोष्ठी का संचालन प्रो डा सीएल साहू ने किया. कविता गोष्ठी में भाग लेने वाले प्रमुख रचनाकारों में केपी राठौरडा महेंद्र कुमार ठाकुरराजकुमार धर ‘द्विवेदी‘, रामेश्वर शर्माअनिल श्रीवास्तव ‘जाहिद‘, आरडी अहिरवार ‘रामा‘, राजेश जैन ‘राही‘, सुनील पांडेकुमार जगदलवीरवीन्द्र नाथ सरकारमुकेश कुमार सोनकरमन्नू लाल यदु ‘नाथ‘, यशवंत यदु ‘यश‘, श्रवण चोरनेले ‘श्रवण‘, पल्लवी झादिलीप वरवंडकरसुषमा पटेलगोपाल सोलंकीलतीफ खान ‘लतीफ‘, गोपाल झाआलिम नक्वीरिंकी बिंदासडा दीनदयाल साहू छविलाल सोनीलतिका भावे ‘लता‘, माधुरी करनवीन सोहनी ‘नवीन‘, डा मृणालिनी ओझाराजेन्द्र ओझारीना अधिकारीश्रद्धा पाठकशकुंतला तरारनीलिमा मिश्राविजया ठाकुरप्रमोद कुमार आदित्यदेवाशीष अधिकारी एवं रामगोपाल शुक्ला के नाम शामिल हैं. इस अवसर पर बड़ी संख्या में गणमान्य नागरिक उपस्थित रहे.