शिमलाः हिमालय साहित्य एवं संस्कृति मंच ने स्थानीय दयानंद पब्लिक स्कूल के सभागार में डॉ विनोद प्रकाश गुप्ता 'शलभ' के गज़ल संग्रह 'आओ नई सहर का नया शम्स रोक लें' का लोकार्पण और काव्य गोष्ठी समारोह आयोजित किया. इस समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में नागालैंड व मणिपुर के पूर्व राज्यपाल डा. अश्वनी कुमार ने शिरकत की. विशिष्ट अतिथि के रूप में साहित्यकार कमलेश भारतीय व नवल प्रयास के वरिष्ठ उपाध्यक्ष गोपाल मोहन अग्रवाल शामिल रहे. लोकार्पित गज़ल संग्रह पर प्रो जोगराज योग, डॉ प्रशान्त रमण रवि ने विस्तार से अपनी बात रखी. रवि ने सस्वर ग़ज़ल पाठ किया. गुप्ता की अर्धांगिनी शशि किरण ने उनकी रचना प्रक्रिया पर बहुत ही अंतरंग बातें कीं. पहले सत्र के समापन पर डॉ विनोद प्रकाश गुप्ता 'शलभ' ने आयोजन के लिए हिमालय मंच का शुक्रिया अदा करते हुए अपनी कई ग़ज़लों का पाठ किया. उल्लेखनीय है कि डॉ विनोद प्रकाश गुप्ता 'शलभ' के इस गजल संग्रह की भूमिका चार जानेमाने गजलकार कुंअर बेचैन, ज्ञान प्रकाश विवेक, अनिरूद्ध सिन्हा और विजय स्वर्णकार ने लिखी है.
'आओ नई सहर का नया शम्स रोक लें' संग्रह में विनोद प्रकाश गुप्ता 'शलभ' की कुल 101 गज़लें शामिल हैं. इन गज़लों में जहां प्रकृति की अनेक उपमाओें के रंग देखने को मिलते हैं, वहीं आज के समय में अपने समाज को देखने का नया नजरिया और गहरा अनुभव भी मिलता है. आज के बदलते समय पर भी सहज और गंभीरता से बात की गई है. साथ ही इन गजलों में प्रेम बहुत गहरे उतर कर गजलों की मूल रिवायत और अपनी श्रेष्ठ परम्परा से जुड़ता चला गया है. इस कार्यक्रम का दूसरा सत्र काव्य गोष्ठी का था, जिसमें केआर भारती, अनिल राकेशी, कुलराजीव पंत, आत्मा रंजन, गुल पाल वर्मा, डॉ विद्यानिधि, अनुराग विजयवर्गीय, सीआरबी ललित, मस्त राम शर्मा, डॉ सत्य नारायण स्नेही, ओम प्रकाश शर्मा, अश्विनी कुमार, कौशल मुंगटा, स्नेह नेगी, डॉ मधु जी शर्मा, नीता अग्रवाल, सीताराम शर्मा, गुलपाल वर्मा, अभिषेक तिवारी, अनीता शर्मा, उमा ठाकुर, कुलदीप शर्मा तरुण, सुमित राज वशिष्ट, दिनेश शर्मा, दिनेश अग्रवाल, सरोज भारद्वाज, रोशन लाल पराशर, जगमोहन शर्मा, यादव कुमार शर्मा,वंदना राणा, रितिका रीत, घनश्याम सिंह गुलेरिया और गौरव मेहता जैसे रचनाकारों ने अपनी रचनाएं प्रस्तुत कीं. चर्चित कवि आत्मा रंजन ने अपनी सृजनात्मक टिप्पणियों के साथ इन सत्रों का संचालन किया.