लखनऊ: शिक्षा मंत्रालय के स्कूली शिक्षा एवं साक्षरता विभाग ने राष्ट्रीय साधन-सह-योग्यता छात्रवृत्ति योजना के अंतर्गत लखनऊ में राज्य के जिला नोडल अधिकारियों के लिए एक राज्य स्तरीय कार्यशाला का आयोजन किया. इस आयोजन के साथ ही उत्तर प्रदेश के प्रयागराज एवं वाराणसी जिलों के संस्थान नोडल अधिकारियों तथा संस्थानों के प्रमुखों के लिए एक कार्यशाला और प्रशिक्षण कार्यक्रम भी आयोजित हुआ. इस पहल का उद्देश्य राष्ट्रीय छात्रवृत्ति पोर्टल- परियोजना वर्ष 2024-25 के लिए आवेदन और सत्यापन प्रक्रिया को पूर्ण करने की सुविधा प्रदान करना था. प्रयागराज के राष्ट्रीय साधन-सह-योग्यता छात्रवृत्ति योजना के संस्थान नोडल अधिकारियों के लिए एक राज्य स्तरीय कार्यशाला का आयोजन प्रयागराज के मनोविज्ञान ब्यूरो में किया गया जिसकी अध्यक्षता डीओएसईएल की अवर सचिव हेमा मालिनी एसके दीपक द्वारा की गई. उत्तर प्रदेश सरकार के राष्ट्रीय साधन-सह-योग्यता छात्रवृत्ति योजना के मनोविज्ञान ब्यूरो की निदेशक और जिला नोडल अधिकारी ऊषा चंद्रा ने कार्यशाला में भाग लिया. जिला के संस्थान नोडल अधिकारियों ने वर्चुअल रूप से बैठक में भाग लिया.

एक आरंभिक सहायता सत्र के रूप में इस कार्यशाला का आयोजन वर्ष 2024-25 के लिए नए और नवीकरण राष्ट्रीय साधन-सह-योग्यता छात्रवृत्ति योजना आवेदनों की स्थिति की समीक्षा करने तथा पोर्टल पर पंजीकरण और सत्यापन प्रक्रिया में तेजी लाने और पंजीकरण के दौरान उत्पन्न होने वाले तकनीकी प्रश्नों का समाधान करने के लिए किया गया था. एक जिला स्तरीय कार्यशाला का आयोजन वाराणसी के गवर्नमेंट क्वींस इंटर कालेज में भी हुआ. कार्यशाला में जिला विद्यालय निरीक्षकराज्य नोडल अधिकारीवाराणसी के डीएनओ तथा 137 आईएनओ ने भाग लिया. मंत्रालय ने भी डीओएसईएल की उपसचिव श्रीकला पी वेणुगोपाल की अध्यक्षता में लखनऊ में राष्ट्रीय साधन-सह-योग्यता छात्रवृत्ति योजना के जिला नोडल अधिकारियों के साथ एक राज्यस्तरीय कार्यशाला का आयोजन किया. कार्यशाला में संयुक्त निदेशक शैलेश कुमार तथा उत्तर प्रदेश के डीएनओ उपस्थित थे. इसका आयोजन पोर्टल पर पंजीकरण और सत्यापन प्रक्रिया में तेजी लाने तथा एनएसपी को बाधारहित तरीके से संचालित करने में अधिकारियों की आरंभिक सहायता करने के लिए किया गया था. राष्ट्रीय साधन-सह-योग्यता छात्रवृत्ति योजना में उत्तर प्रदेश का छात्रवृत्ति कोटा 15143 है.