आसनसोलः शिल्पांचल की सांस्कृतिक संस्था 'सहयोग' और आसनसोल की हिंदी अकादमी की ओर से उषाग्राम स्थित हिन्दी भवन में कथाकार महावीर राजी के कहानी संग्रह 'आपरेशन ब्लैकहोल' एवं आलोचक कृष्ण कुमार श्रीवास्तव द्वारा संपादित किताब 'कथाकार शिवमूर्ति' का लोकार्पण संपन्न हुआ. इस अवसर पर व्यंग्य पत्रिका 'अट्टाहास' के ताजा अंक का विमोचन भी हुआ. मेयर जितेंद्र कुमार तिवारी ने उद्घाटन करते हुए साहित्य की बड़ी भूमिका का उल्लेख किया. कथाकार शिवमूर्ति का कहना था कि महावीर राजी की कहानियों के जितने भी पात्र हैं वे शोषित, पीड़ित और गरीब वर्ग के हैं. उनकी कहानियों में वर्णात्मकता अधिक है.
युवा आलोचक सुधीर सुमन ने कहा कि समकालीन कहानी दृश्य मीडिया द्वारा टीआरपी के चक्कर में उछाले गए मुद्दों के समानांतर जनजीवन के बहुआयामी सच्चाइयों की अभिव्यक्ति के लिए सांघर्ष कर रही है. बाजार, उपभोक्तावाद और दृश्य मीडिया के जरिए जो असंवेदना फैल रही है, 'आपरेशन ब्लैकहोल' की कहानियां उनका प्रतिकार हैं. काजी नजरूल विश्वविद्यालय के हिंदी विभाग के अध्यक्ष डॉ विजय कुमार भारती ने कहा कि महावीर राजी के इस संग्रह की कहानियां वर्तमान समय की चुनौतियों की पड़ताल करती हैं. राजसत्ता और मीडिया के छद्म का उनमें पर्दाफाश किया गया है. मानवीय रिश्तों में पैदा हो रही विकृतियों को लेकर कहानीकार की बेचैनी इसमें साफ दिखती है. समारोह में डॉ कृष्ण कुमार श्रीवास्तव, नारायण सिंह, सृंजय आदि ने भी महावीर राजी के कृतित्व पर अपने विचार रखे. कथाकार शिवमूर्ति ने कार्यक्रम की अध्यक्षता की. धन्यवाद ज्ञापन शिवकुमार यादव ने किया.