नई दिल्ली: राष्ट्रपति भवन कई पुस्तकों के विमोचन का साक्षी बना. इनमें पहली पुस्तक राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु के भाषणों पर आधारित एक संकलन था. ‘विंग्स टू अवर होप्स-1′ नामक इस पुस्तक के अलावा जिन दो अन्य पुस्तकों का प्रकाशन हुआ, उनमें ‘कहानी राष्ट्रपति भवन की‘ और ‘राष्ट्रपति भवन: हेरिटेज मीट्स द प्रेजेंट‘ शामिल है. केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने सूचना एवं प्रसारण राज्य मंत्री डा एल मुरुगन की उपस्थिति में पुस्तक के ई-संस्करण सहित अंग्रेजी और हिंदी संस्करण का विमोचन किया. इस अवसर पर अपने संबोधन में चौहान ने कहा कि राष्ट्रपति मुर्मु ने अपना पूरा जीवन समाज, विशेषकर वंचितों की भलाई के लिए समर्पित कर दिया है.
चौहान ने इस बात पर जोर दिया कि ये पुस्तकें राष्ट्रपति और राष्ट्रपति भवन के साथ आम जनता के संबंधों को और भी मजबूत करेंगी. पुस्तकों के महत्त्व पर प्रकाश डालते हुए चौहान ने कहा कि पुस्तकें हमें प्रेरित करती हैं और बहुमूल्य जानकारी प्रदान करती हैं, जो लोकतंत्र और समाज के लोकाचार को दर्शाती हैं. कार्यक्रम के दौरान सूचना एवं प्रसारण राज्य मंत्री डा एल मुरुगन ने भी पुस्तकों की विशेषताओं पर प्रकाश डाला और उन्हें प्रामाणिक दस्तावेज बताया, जो आने वाली पीढ़ियों के लिए मूल्यवान साबित होंगे. उन्होंने विशेष रूप से उल्लेख किया कि ‘कहानी राष्ट्रपति भवन की‘ पुस्तक राष्ट्रपति भवन की अनूठी वास्तुकला और समृद्ध विरासत को प्रदर्शित करने वाली एक सचित्र प्रस्तुति है. इस अवसर पर राष्ट्रपति भवन और सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारी भी उपस्थित थे.