नई दिल्ली: भारत की राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने अपने कार्यकाल के दो वर्ष पूरे कर लिए हैं. अपने कार्यकाल का दूसरा वर्ष पूरा करते हुए राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने एक शिक्षक की भूमिका निभाई, जो वह कभी हुआ करती थीं. राष्ट्रपति संपदा स्थित डा राजेन्द्र प्रसाद केन्द्रीय विद्यालय के कक्षा नौ के छात्रों के साथ उन्होंने संक्षिप्त लेकिन जीवंत बातचीत की. राष्ट्रपति ने इस दौरान छात्रों को प्रकृति संरक्षण और जलवायु परिवर्तन पर पाठ पढ़ाया. उस समय को याद करते हुए जब वह उनकी उम्र की थीं, उन्होंने पौधों और जानवरों की देखभाल के अपने अनुभव साझा किए. छात्रों ने उत्साहपूर्वक प्रतिक्रिया दी और कई सुझाव भी दिए. राष्ट्रपति ने राष्ट्रपति संपदा क्षेत्र में पठन संस्कृति और खेल संस्कृति को बढ़ावा देने के निरन्तर प्रयासों की भी सराहना की और इस दिन राष्ट्रपति संपदा में की गई अन्य महत्त्वपूर्ण पहलों में भी भाग लिया, जिनमें शिक्षा, संस्कृति, खेल, कौशल विकास के साथ धर्म और अध्यात्म से जुड़ी गतिविधियां शामिल थीं.
राष्ट्रपति ने इस अवसर पर पुनर्विकसित शिव मंदिर का उद्घाटन किया. वे प्रणब मुखर्जी पब्लिक लाइब्रेरी भी गईं, जहां उन्होंने छात्रों से बातचीत की और राष्ट्रपति भवन लाइब्रेरी की पुरानी और दुर्लभ पुस्तकों के डिजिटल संस्करण देखे. उन्होंने कौशल विकास एवं उद्यमिता राज्य मंत्री- स्वतंत्र प्रभार जयंत चौधरी की उपस्थिति में कौशल भारत केन्द्र का उद्घाटन करने के साथ ही डा राजेन्द्र प्रसाद केन्द्रीय विद्यालय के खेल मैदान में क्रिकेट पवेलियन का उद्घाटन और सिंथेटिक और ग्रास टेनिस कोर्ट का उद्घाटन किया. उन्होंने राष्ट्रपति भवन में ई-उपहार, आरबी ऐप, ई-बुक – राष्ट्रपति कार्यकाल के पिछले एक वर्ष की झलकियों का संकलन और अन्य डिजिटल पहलों का शुभारंभ किया. अपने संक्षिप्त संबोधन में राष्ट्रपति ने राष्ट्रपति भवन में किए गए डिजिटलीकरण कार्य की सराहना की और कहा कि इससे सुविधा, गति, पारदर्शिता और जवाबदेही बढ़ेगी. राष्ट्रपति ने कहा कि हमें हमेशा समाज के सभी वर्गों, विशेषकर वंचित और पिछड़े वर्गों के विकास में योगदान देने का प्रयास करना चाहिए. उन्हें यह जानकर खुशी हुई कि पिछले दो वर्षों में कई ऐसे निर्णय लिए गए हैं, जिनसे राष्ट्रपति भवन के साथ आम लोगों का जुड़ाव बढ़ा है.