नई दिल्लीः दैनिक जागरण अखिल भारतीय हिंदी निबंध प्रतियोगिता के विजेताओं का उत्साह युवा पीढ़ी के बीच हिंदी की लोकप्रियता का प्रतीक है. विद्यालय श्रेणी में द्वितीय पुरस्कार विजेता गगन के उत्साह उनके शब्दों में साफ झलकते हैं. 12वीं कक्षा में अध्ययनरत गगन कहते हैं कि दैनिक जागरण ने न केवल उनकी मेधा को मंच दिया, बल्कि उनमें आत्मविश्वास भी भर दिया है. उन्होंने कहा कि यह प्रतियोगिता हिंदी भाषा में ललक बढ़ाने के साथ ही युवाओं को प्रेरणा देने वाली है. उत्तर प्रदेश के सहारनपुर के चुनैटी गांव के रहने वाले गगन सैनी के पिता नरेश कुमार किसान और मां मीना देवी गृहिणी है. गगन ने पांचवीं तक की पढ़ाई गांव के स्कूल से ही की. वर्ष 2016 में उन्होंने देहरादून के पास पौंधा स्थित श्रीमद दयानंद आर्षज्योतिर्मठ गुरुकुल में छठी कक्षा में प्रवेश लिया. तब से वह गुरुकुल में ही रहते हैं. गगन संस्कृत के शिक्षक बनना चाहते हैं.
दैनिक जागरण अखिल भारतीय हिंदी निबंध प्रतियोगिता के बारे में गगन बताते हैं कि उन्होंने 'राष्ट्र निर्माण में युवा शक्ति' विषय पर अपना निबंध लिखा. उन्होंने कहा, 'मुझे यह तो उम्मीद नहीं थी कि द्वितीय पुरस्कार मिलेगा, लेकिन इतना भरोसा था कि सफलता मिलेगी. गगन की सफलता से गुरुकुल में सहपाठियों और आचार्यों में भी उत्साह है. गगन ने बताया कि वह पत्र-पत्रिकाओं का नियमित अध्ययन करते हैं. प्रतियोगिता की तैयारी में उनके वरिष्ठ सत्यकांत आर्य ने मदद की. गगन बताते हैं कि मातृभाषा को सम्मान देना सभी का दायित्व है. उन्होंने बताया कि मातृभाषा के बिना किसी भी राष्ट्र के विकास की कल्पना नहीं की जा सकती. गगन बताते हैं कि उन्हें कविता लिखने का भी शौक है. उनकी कविताओं का मूल भाव राष्ट्र प्रेम होता है. दैनिक जागरण द्वारा हम सबकी भाषा हिंदी को समृद्ध करने के उपक्रम 'हिंदी हैं हम' अभियान के तहत आयोजित इस निबंध प्रतियोगिता का उद्देश्य छात्रों में हिंदी लेखन का विकास करना और भविष्य में उन्हें हिंदी सेवी के रूप में तैयार करना है. दैनिक जागरण अखिल भारतीय हिंदी निबंध लेखन प्रतियोगिता में कोलकाता की हिंदी सेवी संस्था प्रभा खेतान फाउंडेशन और श्री सीमेंट का सहयोग मिला.