मुंबई: महाराष्ट्र राज्य हिंदी साहित्य अकादमी ने अपनी पुस्तक प्रकाशन योजना के अंतर्गत प्रकाशित कृतियों का विमोचन और साहित्यकारों के सम्मान का एक कार्यक्रम देश की वाणिज्यिक राजधानी में आयोजित किया. इस कार्यक्रम में विमोचित होने वाली पुस्तकों में विमल मिश्र की पुस्तक ‘महाराष्ट्र बलिदानों की धरती‘, अवधेश राय की पुस्तक ‘स्वाधीनता आंदोलन और हिंदी साहित्य‘, उषा मिश्रा की ‘हिंदी के विशिष्ट कवि और उनकी कविताएं‘ तथा उषा दुबे की पुस्तक ‘हिंदी के महत्त्वपूर्ण कवियों के काव्य में राष्ट्र-प्रेम‘ शामिल थी.
इस दौरान एक और भी महत्त्वपूर्ण पुस्तक विमोचित हुई, जिसे अजीत राय ने लिखा था. यह पुस्तक भगवान राम और उनके भाई भरत के संबंधों पर एक गहन दृष्टि रखती है. पुस्तक का नाम ‘श्रीरामचरित मानस के झरोखे से श्रीराम और भरत‘ था. इस अवसर पर महाराष्ट्र राज्य हिंदी साहित्य अकादमी के कार्याध्यक्ष शीतला प्रसाद दुबे ने भी अपनी बात कही. सबसे पहले उन्होंने उपस्थित रचनाकारों का अंगवस्त्र और पुस्तक देकर सम्मान किया. फिर उन्होंने कहा कि अकादमी का कार्य हिंदी में प्रकाशन और रचनाकारों को उनका महत्त्व देना है. इसलिए हम ऐसी पुस्तकें अनवरत प्रकाशित करने के प्रति प्रतिबद्ध हैं. कार्यक्रम के आखिर में अकादमी के सहनिदेशक सचिन निंबालकर ने उपस्थित अतिथियों और रचनाकारों के प्रति कृतज्ञता व्यक्त की.