मुंबई: महाराष्ट्र राज्य हिंदी साहित्य अकादमी एवं हिंदी साहित्य भारती के संयुक्त तत्वावधान में नवी मुंबई स्थित क्राइस्ट एकेडमी एंड जूनियर कालेज के सभागार में ‘प्रेमचंद जयंती’ समारोह का आयोजन हुआ. शैक्षणिक संस्थान के छात्र-छात्राओं ने मुंशी प्रेमचंद की कहानियों का प्रभावशाली नाट्य मंचन किया. मुख्य अतिथि के रूप में महाराष्ट्र राज्य हिंदी साहित्य अकादमी के कार्याध्यक्ष डा शीतला प्रसाद दुबे, विशिष्ट अतिथि आनंद प्रकाश सिंह, क्राइस्ट एकेडमी के निदेशक फादर जैसन एवं हिंदी साहित्य भारती के महामंत्री एडवोकेट राजीव मिश्र उपस्थित रहे. अतिथियों का स्वागत मुंशी प्रेमचंद द्वारा रचित कालजयी साहित्य की पुस्तकें भेंट कर किया गया. समारोह के आरम्भ में अतिथियों के स्वागत में छात्राओं द्वारा प्रस्तुत शास्त्रीय नृत्य की आकर्षक प्रस्तुति की. तत्पश्चात विद्यालय के विभिन्न छात्र-छात्राओं द्वारा मुंशी प्रेमचंद की कहानियों की प्रस्तुति हुई.

इस कार्यक्रम में ‘बड़े घर की बेटी’ और ‘बूढ़ी काकी’ की नाट्य प्रस्तुति ने दर्शकों की आंखें नम कर दीं. मुख्य अतिथि डा शीतला प्रसाद दुबे ने अपने उद्बोधन में मुंशी प्रेमचंद की कहानियों की प्रासंगिकता पर प्रकाश डालते हुए छात्रों की भावपूर्ण प्रस्तुति के लिए उन्हें प्रोत्साहित भी किया. ‘प्रेमचंद का साहित्य समाज का आईना हैं’ कहते हुए विशिष्ट अतिथि आनंद प्रकाश सिंह ने उपस्थित प्रतिभागियों को नाट्य-प्रस्तुति के कुछ टिप्स भी बताये. फादर जैसन ने भविष्य में भी प्रति वर्ष प्रेमचंद जयंती को उत्सव के रूप में मनाने की बात कही. हिंदी साहित्य भारती के प्रदेश महामंत्री एडवोकेट राजीव मिश्र ने मुंशी प्रेमचंद की कहानियों को जीवन दर्शन की आधारभूत संकल्पना के रूप में परिभाषित करते हुए प्रतिभागियों को उत्साहित किया. कार्यक्रम में महाराष्ट्र राज्य हिंदी साहित्य अकादमी द्वारा सभी प्रतिभागियों को सहभागिता प्रमाणपत्र भी प्रदान किया गया. इस अवसर पर रीता कुशवाहा, मंजू गुप्ता, डा पूजा अलापुरिया, दीपाली गुंड, कांचन जायसवाल, राजकुमारी आहूजा, विद्या होवाल, नम्रता निकम, सोनी जितेंद्र मिश्र एवं छाया गुप्ता की विशेष उपस्थिति रही. संचालन सिमरा शेख और अथर्व धुरी ने किया. महाराष्ट्र के सांस्कृतिक कार्य विभाग के सह-निदेशक एवं महाराष्ट्र राज्य हिंदी साहित्य अकादमी के सदस्य सचिव सचिन निम्बालकर ने आभार व्यक्त किया.