भोपालः मध्य प्रदेश संस्कृति परिषद, संस्कृति विभाग की इकाई साहित्य अकादमी इसी 20 फरवरी से अंतरराष्ट्रीय साहित्य संवाद का आयोजन कर रही है. इस दो दिवसीय कार्यक्रम का आयोजन राज्य पशुपालन प्रशिक्षण संस्थान सभागार में किया जाएगा, जिसमें राज्य के साथ ही देश भर के साहित्यकार, विद्वान वक्ता, विशेषज्ञ हिस्सा लेंगे. अकादमी के निदेशक डॉ. उमेश कुमार सिंह ने 'अंतरराष्ट्रीय साहित्य संवाद' के बारे में मीडिया से बातचीत करते हुए बताया कि यह विमर्श पांच सत्रों पर आधारित होगा. इसमें 20 फरवरी को विश्व कल्याण और भारतीय ज्ञान संपदा विषय पर शिक्षाविद् एवं साहित्यकार अवनीश भटनागर मुख्य वक्ता होंगे. इसके साथ ही केंद्रीय हिंदी संस्थान के निदेशक प्रो. नंद किशोर पांडे और प्रमुख सचिव संस्कृति मनोज श्रीवास्तव प्रमुख रूप से उपस्थित होंगे.
डॉ. उमेश कुमार सिंह के अनुसार इसी दिन भारतीय साहित्य का भावनात्मक अंतर्संबंध विषय पर वक्तव्य होगा. इसके बाद भारतीय सांस्कृतिक मूल्यों की संवाहक हिंदी अंतरराष्ट्रीय संदर्भ में विषय पर साहित्यकार अपने विचार देंगे. 'अंतरराष्ट्रीय साहित्य संवाद' के दूसरे दिन 21 फरवरी को 'वैश्विक परिदृश्य में हिंदी की भूमिका' विषय पर व्याख्यान आयोजित है. इसमें देशभर से आए भाषाविद और हिंदी के जानकार अपना वक्तव्य देंगे. प्रमुख वक्ताओं में यंतुदेव बुधु, उषा राजे सक्सेना, ज्योति शर्मा का व्याख्यान शामिल है. इसी दिन इस सत्र के बाद 'राष्ट्रधर्म और विश्व चेतना' विषय पर भी एक व्याख्यान का आयोजन किया गया है. इस सत्र की अध्यक्षता डॉ. हरिसिंह गौर विवि के कुलाधिपति प्रो. बलबन्त जानी करेंगे. इस समारोह का शुभारंभ 20 फरवरी को सुबह 11 बजे होगा.