दरभंगाः स्थानीय कामेश्वर सिंह दरभंगा संस्कृत विश्वविद्यालय परिसर में चार दिवसीय मधुबनी लिटरेचर फेस्टिवल के दरभंगा चैप्टर का शुभारंभ मुख्य अतिथि उषा किरण खान ने किया. इस मौके पर विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो शशिनाथ झा ने कहा कि मधुबनी लिटरेचर फेस्टिवल मिथिला के संस्कार , संस्कृति और धरोहर कला को एक बार फिर पूरी दुनिया के सामने रख रहा है. इस मौके पर भारत में श्रीलंका के राजदूत मिलिद मारागोडा ने कहा कि भारत और श्रीलंका के बीच सांस्कृतिक मैत्रीपूर्ण संबंध है. संबंध का यह सेतु जगतजननी मां सीता के कारण है. आज मुझे मां सीता की धरती मिथिला में आने का सौभाग्य मिला. मधुबनी लिटरेचर फेस्टिवल में अपनी पत्नी जेनिफर मोरागोडा के साथ आना बेहद खुशी का पल है. यहां आकर मिथिला के संस्कार को करीब से समझने का अवसर मिला. मुख्य वक्ता के रूप में जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय के प्रो रामनाथ झा ने कहा कि मधुबनी केवल एक नगर और शहर का नाम ही नहीं, बल्कि एक संस्कार का प्रतीक है, जो सनातन है. मिथिला की संस्कृति और वैदिक सभ्यता में मधु को सत्य और धर्म के रूप में वर्णन किया गया है.
डॉ उषा किरण खान ने कहा कि सीता की धरती मिथिला को अपने ज्ञान परंपरा और संस्कार पर गर्व है. इस तरह के आयोजन से दरभंगा सहित मिथिला के लोगों को अपने ज्ञान परंपरा को समझने का बेहतरीन अवसर मिला है. ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय के कुलसचिव डॉ मुश्ताक अहमद ने कहा कि इस प्रकार के आयोजन से युवाओं सहित आने वाले पीढ़ी में अपनी गौरवशाली संस्कृति और परंपरा में नवचेतना का संचार होता है. नगर विधायक संजय सरावगी ने इस प्रकार के आयोजन के लिए आयोजक को बधाई देते हुए कहा कि मिथिला की संस्कृत विश्वविख्यात है. कभी मधुबनी, समस्तीपुर भी दरभंगा का अंग हुआ करता था. दरभंगा से कटकर मधुबनी और समस्तीपुर जिला की स्थापना हुई. संस्कृत विवि कैंपस में मधुबनी लिटरेचर फेस्टिवल के साथ ही साहित्य अकादमी, भारतीय पुस्तक न्यास सहित कई प्रकाशनों ने अपनी पुस्तकों को बिक्री के लिए उपलब्ध कराया है. वहीं मिथिला पेंटिग, मिथिला की योग कला, लोक कला आदि से संबंधित स्टाल भी लगाए गए हैं. फेस्टिवलकी शुरूआत रसन चौकी के पारंपरिक वादन से हुई. इस दौरान ख्याति प्राप्त शंख वादक डॉ विपिन मिश्रा ने खूब तालियां बटोरीं. वहीं महाकवि विद्यापति रचित गोसाउनि गीत जय जय भैरवि.. पर सृष्टि फाउंडेशन की छात्रा प्रियांशी मिश्रा ने ओडिशी शैली में नृत्य प्रस्तुति दी.